सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के परिप्रेक्ष्य में छत्तीसगढ़ में जीव-जंतु कल्याण बोर्ड गठन

सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के परिप्रेक्ष्य में  छत्तीसगढ़ में जीव-जंतु कल्याण बोर्ड गठन

रायपुर – (छत्तीसगढ) – सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के परिप्रेक्ष्य में छत्तीसगढ़ में जीव-जंतु कल्याण बोर्ड गठित करने का निर्णय लिया गया है। पशुओं के कल्याण से संबंधित कार्यों को बढ़ावा तथा इसके लिए राज्य शासन को परामर्श देने का काम बोर्ड द्वारा किया जाएगा। गठन

बोर्ड के संचालन के लिए कार्यकारिणी समिति भी बनेगी। बोर्ड चालू वित्तीय वर्ष में कार्य शुरू कर देगा। कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष तथा कृषि उत्पादन आयुक्त इस समिति के उपाध्यक्ष होंगे।

समिति में संचालक पशु-चिकित्सा सेवाएं, रजिस्टार छत्तीसगढ़ राज्य गो-सेवा आयोग, रजिस्टार छत्तीसगढ़ राज्य पशु चिकित्सा परिषद तथा कार्यालय प्रमुख अथवा रजिस्टार छत्तीसगढ़ जीव-जंतु कल्याण बोर्ड इस समिति में शामिल रहेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अनुमोदन के पश्चात वित्त विभाग द्वारा बोर्ड के लिए दस पदों की संरचना को मंजूरी दे दी गई है।

पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि पशुधन के प्रति क्रूरता के निवारण के लिए वर्तमान विधियों का निरंतर अध्ययन करते रहना तथा समय-समय पर इन विधियों में जरूरत के अनुरूप संशोधन करने के लिए राज्य शासन को परामर्श देने का कार्य भी बोर्ड द्वारा किया जाएगा।

पशुओं के प्रति अनावश्यक पीड़ा या यातना का निवारण करने की दृष्टि से विशेष रूप से उनका एक स्थान से दूसरे स्थान को परिवहन किया जा रहा हो या उनका उपयोग करतब दिखाने वाले पशुओं को रूप में किया जाता है या उन्हें बंदी व्यवस्था या बंधक बनाकर रखा जाता है, तो इन गतिविधियोें को रोकने के लिए अधिनियम बनाने का परामर्श भी बोर्ड द्वारा दिया जाएगा।

आर्थिक सहायता के अनुदान द्वारा अथवा पिंजरा पोल गौशाला पशु संरक्षण गृह, पशु शरणालय, पशु-पक्षी उद्यान आदि बनाये जाने के लिए प्रोत्साहन देने का कार्य भी बोर्ड की जिम्मेदारी में शामिल होगी। जिन स्थानों में पशु या पक्षी वृद्ध और असहाय हो जाने की स्थिति में हैं, उन्हें संरक्षण देने के  लिए भी आवश्यक उपाए किए जाने पर जोर दिया जाएगा।

राज्य के सभी क्षेत्रों में पशु कल्याण संस्थाओं की स्थापना, पशु कल्याण कल्याण क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं का मार्गदर्शन एवं उनके कार्यों का निरीक्षण भी बोर्ड करेगा। पशु कल्याण के कार्यों में लगे गैर सरकारी संगठनों को अनुदान के लिए मार्गदर्शन दिया जाएगा और उनके कार्यों का निरीक्षण भी किया जाएगा।

बोर्ड के लिए दस पद स्वीकृत

राज्य शासन ने पशु चिकित्सा विभाग के अंतर्गत गठित जीव-जंतु कल्याण बोर्ड के लिए विभिन्न संवर्गों के दस पदों की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इनमें संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं एक पद, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ दो पद, सहायक वर्ग-दो, सहायक वर्ग-तीन तथा वाहन चालक के एक-एक पद एवं चतुर्थ श्रेणी के चार पद मंजूर किए गए हैं।

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