• January 30, 2015

‘सरकार आपके द्वार’ : शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा

‘सरकार आपके द्वार’ :  शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा

प्रतापगढ़, 30 जनवरी/ मुख्यमंत्राी के विशेष सचिव केके पाठक ने कहा कि ‘सरकार आपके द्वार’ के दौरान मिली शिकायतों के निस्तारण का प्रमुख दायित्व जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों का है। अधिकारी गंभीरता से अपना कर्तव्य निर्वहन करते हुए लोगों को राहत पहुंचाएं। वह प्रशासनिक सुधार विभाग के निदेशक बन्नालाल के साथ गुरुवार शाम को मिनी सचिवालय में अधिकारियों की बैठक लेकर ‘सरकार आपके द्वार’ में मिली शिकायतों के निस्तारण, केबिनेट के निर्णयों, सुराज संकल्प यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं एवं मुख्यमंत्राी के अन्य निर्देशों की क्रियान्विति की समीक्षा कर रहे थे।kk pathak meeting  (6)

                उन्होंने अधिकारियों से ‘सरकार आपके द्वार’ के दौरान मिले सभी प्रकरणों का पुनरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि निरस्त प्रकरणों को दोबारा देखें और यदि राहत पहुंचाना संभव हो तो पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि राहत केवल निर्देश देने से नहीं मिल जाती है, उसे वास्तव में फायदा मिलना चाहिए। प्रार्थियों को फोन कर इसकी धरातलीय जानकारी लें। पाठक ने ग्राम पंचायत गोद लेने वाले एसडीओ, बीडीओ व तहसीलदारों को शिकायतों के निस्तारण का पुनः सत्यापन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उन्हें कम से कम 25 फीसदी शिकायतों का स्वयं को अवलोकन करना है तथा पटवारी व ग्राम सेवकों से सभी शिकायतों का सत्यापन करवाना है। पाठक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन प्रार्थियों को राहत मिल गई है उनके हस्ताक्षर, मोबाइल नम्बर व कार्य का फोटो भिजवाना आवश्यक है। बैठक में मौजूद महिला एवं बाल विकास विभाग तथा बिजली विभाग के अधिकारियों ने पूर्ण हो चुके कार्यों की फोटो प्रस्तुत किए जिनकी पाठक ने सराहना की। उन्होंने जिला कलक्टर रतन लाहोटी को प्रकरणों का काउंटर चेक कर जांचने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्राी कार्यालय से भी फोन कर इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। मुख्यमंत्राी स्वयं भी फोन कर या पीड़ित से मिलकर इसकी जांच कर सकती हैं।

              मुख्यमंत्राी के विशेष सचिव ने अधिकारियों को टेक्नोलॉजी फ्रेंडली बनने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज होने वाली सभी शिकायतों की मॉनिटरिंग स्वयं अधिकारी करें। यह काम किसी अन्य कार्मिक पर नहीं छोड़ा जा सकता। सभी अधिकारियों को पोर्टल के यूजर नेम व पासवर्ड याद होने चाहिए ताकि वह खुद शिकायतों को देख सकें।

              करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में पाठक व बन्नालाल ने जिला कलक्टर रतन लाहोटी व अन्य अधिकारियों से मुख्यमंत्राी की घोषणाओं की बिन्दुवार प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने प्रतापगढ़ शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाइपास निर्माण, प्रतापगढ़ में पेयजल आपूर्ति के लिए परियोजना का पुनर्गठन करने, 554 गांवों में जाखम बांध से जलापूर्ति करने, राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज में अतिरिक्त कमरों का निर्माण, जीएसएस निर्माण, सड़कों के निर्माण व चौड़ाईकरण सहित अन्य मामलों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्राी के मधुरा तालाब गांव के दौरे के अवसर पर घोषित कार्यों की क्रियान्विति की जानकारी ली। उन्होंने पशुओं के काम आने वाले प्रोटीन से भरपूर अजोला का प्रोजेक्ट बनाकर योजना के रूप में लेते हुए किसानों को फायदा पहुंचाने को कहा।

              मुख्यमंत्राी के विशेष सचिव ने अधिकारियों से सभी कार्यों की वस्तुगत जानकारी लेते हुए पूछा कि कौनसे कार्य की प्रगति किस स्तर पर है, किस कार्य का कब वर्क ऑर्डर जारी हुआ और कब काम पूरा हो जाएगा? उन्होंने अधिकारियों को निदेशालय स्तर के लम्बित कार्यों के लिए रिमाइंडर भेजने के निर्देश दिए। बन्नालाल ने ग्राम पंचायतों में अटल सेवा केन्द्रों पर रजिस्टर रखने व उनमें दर्ज होने वाली शिकायतों की प्रार्थी को रसीद देना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

              पाठक ने सेरीब्रल पाल्सी बीमारी से पीड़ित छोटी सादड़ी निवासी सोनू उर्फ जयप्रकाश के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को उसके घर जाकर वास्तविक स्थिति की जानकारी लेने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि उसकी आर्थिक हालत ठीक नहीं है तो उसको सहायता जरूर दिलवाई जाएगी। सोनू के पिता महेश शर्मा ने ‘सरकार आपके द्वार’ के अन्तर्गत जनसुनवाई के दौरान मुख्यमंत्राी को प्रार्थना

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