समस्याग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति मंथन पर घमर्थन

समस्याग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति मंथन पर घमर्थन

जयपुर————–प्रतापगढ जिले के कांठल के छोटी-छोटी कृषि भूमि वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। उच्च शिक्षा मंत्री एवं प्रतापगढ जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी की पहल पर यहां कॉपरेटिव फार्मिंग शुरू की जा सकती है।

सहकारिता व कृषि विभाग के संयुक्त प्रयासों से होने वाली कॉपरेटिव फार्मिंग में छोटी-छोटी कृषि भूमियों को मिलाकर कृषि में सहकारिता के सिद्धांत को साकार किया जाएगा।

प्रदेश की उच्च, तकनीकी एवं संस्कृति शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने शुक्रवार को मिनी सचिवालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को पीपलखूंट जैविक ब्लॉक में पायलट स्तर पर इसकी शुरुआत के निर्देश दिए और कहा कि इसके अनुभवों के आधार पर बाद में ज्यादा किसानों को इसका लाभ दिया जा सकता है। 1
प्रभारी सचिव एमएस काला, कलक्टर नेहा गिरि, घाटोल विधायक नवनीत लाल निनामा, सभापति कमलेश डोसी, एसपी शिवराज मीणा सहित अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों की मौजूदगी में हुई बैठक में प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रतापगढ़ जिले के पेयजल समस्याग्रस्त ग्रामीण क्षेत्रों में एक सप्ताह के भीतर टैंकरों से जलापूर्ति शुरू करें और इसकी समुचित मॉनीटरिंग करें ताकि पारदर्शितापूर्ण ढंग से इसका प्रबंधन हो सके।

पेयजल स्रोत से दूरी व पानी की गहराई को देखते हुए नियमानुसार टैंकर दरें तय करें और इसकी मॉनीटरिंग के लिए ग्रामवार कमेटी बना दें। पेयजल स्रोतों की मोटर आदि खराब होने, हैंडपंप खराब होने की शिकायतों का तत्काल निवारण करें तथा नियंत्रण कक्ष को एक्टिवेट करें ताकि लोग अपनी समस्याएं बता सकें।

उन्होंने शहरी क्षेत्र के लिए चल रही 100 करोड़ की पेयजल परियोजना को तत्काल शुरू किए जाने के लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए तथा वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि अपने स्तर पर होने वाली कार्रवाई शीघ्र करें तथा जिला प्रशासन से वैकल्पिक भूमि के प्रस्ताव प्राप्त कर तत्काल वन भूमि प्रदान करें ताकि वहां पर शीघ्र कार्य शुरू हो सके।

उन्होंने कहा कि वन अधिकारी सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करते हुए लोगों के हित में काम करें और यह देखें कि विकास कार्यों में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं हो। उन्होंने कहा कि आगामी कुछ ही दिनों में भूमि संबंधी कार्यवाही संपादित कर यह कार्य शुरू कराएं।

राजस्व घाटे में कमी पर पीठ थपथपाई उन्होंने मुख्यमंत्री विद्युत सुधार कार्यक्रम के तहत राजस्व घाटा दस प्रतिशत तक होने पर जिला कलक्टर नेहा गिरि द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और डिस्कॉम एसई से कहा कि अधिक विद्युत छीजत वाले क्षेत्रों में सोलर ऊर्जा यंत्र दिए जाने संबंधी गतिविधियां तेज करें।

कलक्टर नेहा गिरि ने प्रभारी मंत्री को बताया कि जिले में नए बनने वाले सरकारी भवनों में अनिवार्य तौर पर एलईडी लाइट्स ही लगाने के लिए आदेश जारी किए गए हैं, साथ ही वन क्षेत्र में सब्सिडी में सौर ऊर्जा यंत्र लोगों को दिए जा रहे हैं।
एनएच री-कारपेटिंग में देरी पर जताई नाराजगी

प्रतापगढ़ प्रभारी मंत्री ने नेशनल हाईवे के री-कारपेटिंग कार्य में विलंब पर नाराजगी जताई और बाईपास निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी कार्य शीघ्र शुरू किए जाने के निर्देश दिए।

उप प्रमुख आशीष जैन द्वारा गौरव पथ का निर्माण धीमी गति से होने की तरफ ध्यान आकर्षित किए जाने पर प्रभारी मंत्री ने सानिवि अधिकारियों से कहा कि महानरेगा से कन्वर्जन करें, जिससे गांवों में एक ही बजाय डेढ किलोमीटर तक सड़क निर्माण का कार्य किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि जिले की सभी मिसिंग लिंक चिन्हित कर महानरेगा के तहत ग्रेवल सड़क बनाएं। स्वीकृत कार्यों में तेजी लाएं और गुणवत्ता भी सुनिश्चित करें। साथ ही वर्ष 2017-18 के बजट में शामिल की गई धरियावद-लसाड़िया व प्रतापगढ-अरनोद सड़क का काम भी शुरू करने की बात कही।

दफ्तरों में शिविर लगाकर श्रमिक पंजीयन–प्रभारी मंत्री ने सीएमएचओ से कहा कि मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण रखें और बीएसबीवाई सहित स्वास्थ्य योजनाओं का समुचित लाभ लोगों को दें।

पेयजल स्रोतों से नमूने लें और सुनिश्चित करें कि लोगों को बेहतर गुणवत्ता का पानी उपलब्ध हो। उन्होंने सिंचाई, वन एवं सानिवि से कहा कि वे महानरेगा अंतर्गत अधिक से अधिक काम कराएं।

उन्होंने श्रमिक पंजीयन पर बल देने देते हुए डीपीएम तथा सानिवि, जलदाय व डिस्कॉम एसई से कहा कि वे अपने कार्यालयों में शिविर आयोजित कर सभी श्रमिकों के कार्ड बनवाएं, जिससे उन्हें सभी योजनाओं का लाभ मिल सके। पंचायतों में चल रहे शिविरों में भी श्रमिकों का पंजीयन सुनिश्चित करें। शिविरों की तिथियां निर्धारित कर उनका पूर्व प्रचार करें।

एक माह में सभी को मिलें उज्जवला कनेक्शन–उन्होंने डीएसओ से कहा कि सभी गैस एजेंसी संचालकों की बैठक कर सुनिश्चित करें कि अगले एक माह में सभी वंचित पात्र लाभार्थियों को उज्जवल कनेक्शन मिल जाएं।

इस योजना के संचालन में पारदर्शिता भी सुनिश्चित करें। यदि कोई डीलर उज्जवला कनेक्शन पर पैसे वसूलता पकड़ा गया तो उसकी डीलरशिप निरस्त कर दी जाएगी। उन्होंने सीईओ से कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना व स्वच्छ भारत मिशन पर विशेष ध्यान दें क्योंकि केंद्र सरकार के स्तर से इनकी मॉनीटरिंग की जा रही है।

उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के पहले व दूसरे चरण, चारागाह विकास, महानरेगा के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्रीन पैचेज विकसित करने, एमजेएसए में भामाशाहों का सहयोग लेने, योजना का समुचित प्रचार-प्रसार करने, स्वयं सहायता समूहों का सशक्तीकरण करने, सीतामाता अभयारण्य को रामायण सर्किट में शामिल करने, सोयाबीन व एलोविरा सहित फसलों पर आधारित विभिन्न औद्योगिक इकाइयां शुरू करने, बजट घोषणाओं का समुचित क्रियान्वयन किए जाने, कौशल विकास प्रशिक्षणों में जनप्रतिनिधियों को शामिल किए जाने सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए निर्देश दिए।

लापरवाही नहीं बरतने पर निर्देश–प्रभारी सचिव श्री एमएस काला ने विभिन्न बिंदुओं पर विचार करते हुए अधिकारियों से कहा कि वे राज्य सरकार की ओर से संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही नहीं बरतें। कलक्टर नेहा गिरि ने जिले में किए गए नवाचारों पर चर्चा करते हुए अर्जित उपलब्धियों से प्रभारी मंत्री को अवगत कराया।

इस दौरान एडीएम अनुराग भार्गव, सीईओ डॉ वीसी गर्ग, उप प्रमुख आशीष जैन, प्रतापगढ प्रधान कारीबाई मीणा, एसीईओ रामेश्वर मीणा, कोषाधिकारी सत्यनारायण राठी, डीटीओ रामराज खाती, सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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