- November 7, 2015
सबका साथ सबका विकास : जनधन-आधार-मोबाईल अर्थात जैम मूलमंत्र
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ सबका विकास के सपने को साकार करने में जनधन-आधार-मोबाईल अर्थात जैम मूलमंत्र बनेगा । उन्होंने कहा कि टेक्नॉलाजी के उपयोग से हम गरीबों के कल्याण और उनका जीवनस्तर उपर उठाने की योजनाओं के क्रियान्वयन में लीकेज और अन्य कमियों को दूरकर इसे पूर्णरूपेण सफल बना सकते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित ’दिल्ली इकानॉमिक्स कॉनक्लेव’ के समापन सत्र में संबोधित कर रहे थे । इस सत्र में केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली, आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चन्द्रबाबू नायडू, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़नवीस, केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान और केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री जयंत सिन्हा भी उपस्थित थे ।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ में विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यक्रमों और योजनाओं के क्रियान्वयन में टेक्नालॉजी के उपयोग के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं की सफलता तब है, जब मजदूर और किसान की मेहनत का पसीना सूखने से पहले हम उसे उसका पारिश्रमिक प्रदान कर दें। छत्तीसगढ़ में हमने मनरेगा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, धान खरीदी, स्वास्थ्य बीमा योजना, छात्रवृत्ति वितरण योजना, विद्युत बिल वितरण और भुगतान व्यवस्था तथा अन्य कई व्यवस्थाओं में स्मार्ट कार्ड , आनलाईन भुगतान और अन्य कई तकनीकों का उपयोग कर इसे सुगम बनाया है ।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हम लगभग 22 जनसुविधाओं को जनसुविधा केन्द्र के माध्यम से आम जनता को आसानी से उपलब्ध करा रहे है । पीडीएस व्यवस्था का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज अगर हम छत्तीसगढ़ को देश की सर्वश्रेष्ठ और सबसे कम लीकेज वाली व्यवस्था देने में सफल हुए हैं, तो इसके पीछे टेक्नालॉजी का महत्वपूर्ण योगदान है । आज हम कोर पीडीएस के माध्यम से पीडीएस सुधारों के दूसरे चरण में पहुंच गए हैं, जहां हमने स्मार्ट कार्ड की बदौलत आम उपभोक्ता को अपनी मर्जी की दुकान से राशन लेने का अधिकार प्रदान किया है । हम इसका पूरे राज्य में विस्तार करना चाहते हैं। इसके लिए अधोसंरचना के विस्तार के साथ-साथ तकनीक को भी हर गांव तक पहुंचाना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मोबाईल ने अब हर व्यक्ति के हाथ में बैंकिंग की सुविधा दे दी है। जनधन योजना में हमने 99 प्रतिशत लोगों के खाते खुलवाने में सफलता हासिल की है । उन्होंने कहा कि जब हम आधार को मोबाईल के साथ जोड़ते हैं, तो इसका बहुत ही बेहतर परिणाम होगा।
हम अलग-अलग विभागों की योजनाओं की पहचान कर इससे जोड़ने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति एक कठिनाई जरूर है, लेकिन हम इसे बाधक नहीं बनने देंगे । बस्तर में फिलहाल बैंकों की उपलब्धता का प्रतिशत केवल साढ़े छह प्रतिशत ही है, जो राष्ट्रीय औसत 17 से अत्यंत कम है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इसमें तेजी से सुधार होगा ।
समापन सत्र के मॉडरेटर की भूमिका केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली ने अदा की । उन्होंने कहा कि छत्तीसढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह देश के प्रशासनिक रूप से सबसे कठिन राज्यों में से एक राज्य छत्तीसगढ़ के सफल मुख्यमंत्री हैं और उनके सुशासन के कारण ही छत्तीसगढ़ की जनता ने उन्हें तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने का मौका दिया है । श्री जेटली ने छत्तीसगढ़ की पीडीएस व्यवस्था की भी प्रशंसा की ।