- September 7, 2016
सपा मंत्री मोहम्मद आज़म ख़ान को माफी मांगनी चाहिये :- सुश्री मायावती
नई दिल्ली, 07 सितम्बर, 2016: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का देश निर्माण व भारत में एक समतामूलक मानवतावादी समाज बनाने का प्रयास अद्वितीय व बेमिसाल है और यही कारण है कि सर्वसमाज के लोग जाति, धर्म व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका आदर-सम्मान करते हैं तथा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व मंत्री मोहम्मद आज़म ख़ान द्वारा भी ऐसा ही बेहतर रवैया अपनाना बेहतर होगा।
उल्लेखनीय है कि श्री आज़म ख़ान के हवाले से मीडिया में बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बारे में जो विवादित ख़बर छापी है, उसे लोगों ने पसन्द नहीं किया और ना ही श्री आज़म ख़ान जैसे वरिष्ठ विधायक व मंत्री से ऐसी उम्मीद की जाती है कि वे परपमपूज्य बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के बारे में हक़ीक़त से बिल्कुल अलग ही सोच रखते होंगे।
देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों में से ख़ासकर मुस्लिम समाज के मानवीय व बराबरी के हक के लिए आजीवन संघर्ष व असीम कुर्बानी देने वाले परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर जैसे महान व्यक्तित्व के बारे में हर कोई कुछ भी कहने के पहले दस दफा ज़रूर सोचता है और लोग यह उम्मीद करते हैं कि श्री आज़म ख़ान भी बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को आदर-सम्मान देने में पीछे नहीं रहेंगे और ना ही बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को आगे रखकर कोई राजनीति करने की कोशिश करेंगे। हालांकि यह जग-ज़ाहिर है कि पहले कांग्रेस व अब भाजपा भी बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को विभिन्न प्रकार से आदर-सम्मान देने का ढोंग करके उनके नाम पर राजनीति व उसका चुनावी लाभ प्राप्त करने का प्रयास अक्सर करती रहती है, जिसके लिए वे पार्टियाँ उपहास का पात्र भी बनती है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के सम्बन्ध में सपा मंत्री मोहम्मद आज़म ख़ान ने जो ’’विवादित’’ बयान दिया है, बी.एस.पी. उसकी कड़े शब्दों में निन्दा करती है और यह उम्मीद करती है कि सपा सरकार की जातिवादी नीति से प्रभावित होकर मोहम्मद आज़म ख़ान अगर परमपूज्य बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को समुचित आदर-सम्मान अगर नहीं दे सकते हैं तो कम से कम उनके बारे में ग़लतबयानी करके उनका ‘‘अपमान‘‘ करने की कोशिश नहीं करेंगे। श्री आजम खान का विवादित बयान वास्तव में अगर सपा सरकार की जातिवादी नीति के तहत् किसी चुनावी राजनीति का हिस्सा है, तो यह अलग बात है अन्यथा अपने गलत व विवादित बयान से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए उन्हें सच्चे दिल से उनके अनुयाइयों से माफी माँग लेनी चाहिये।
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