- December 17, 2022
सदन में शराब पर दो दो हाथ : बेचने वालों को क्यों नहीं पकड़ती है ??
नवादा: छपरा में जहरीली शराब से मौत को लेकर सरकार और विपक्ष इस मुद्दे पर आमने- सामने है. वहीं, जहरीली शराब कांड के बाद नवादा उत्पाद विभाग (Excise Department) की टीम हरकत में आ गई. उत्पाद विभाग की कार्रवाई से शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) की पोल खुल गई.
उत्पाद विभाग ने विशेष अभियान चलाकर जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर शराब मामले में कुल 103 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, इस कार्रवाई के बाद शराबियों और शराब धंधेबाजों में हड़कंप मच गया है.
उत्पाद अधीक्षक ने शराबियों से अपील किया कि वे शराब पीना बंद करें. शराब पीने से उनका घर परिवार तो बर्बाद हो ही रहा है. शराब पीने के कारण ही गलत आचरण हो रहा है, जिससे सड़कों पर बदमाशी और छेड़खानी जैसे मामले सामने आते हैं. बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब पीने के कारण लोगों की मौत हो गई. इसके बाद भी लोग शराब पीने से बाज नहीं आ रहे हैं.
‘मिर्जापुर में शराब बिक्री को लेकर उत्पाद अधीक्षक ने कहा कि मिर्जापुर में सप्ताह में 3 बार छापेमारी की जाती है. छापेमारी में लोग पकड़े भी गए हैं. लेकिन यह दावा नहीं किया जा सकता है कि मिर्जापुर में शराब की बिक्री नहीं है. कुछ लोग हैं, जो अभी भी शराब के कारोबार से जुड़े हैं. प्रयास है कि मिर्जापुर में शराब के धंधे को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए. वहीं, उत्पाद विभाग अभियान चलाकर शराब कारोबारियों पर कार्रवाई करने में जुटी हुई है.
‘शराब बिकता है, तभी तो पीते हैं’
नवादा में शराब के नशे में गिरफ्तार युवक ने पुलिस के सामने हाई वोल्टेज ड्रामा कर शराबबंदी की पोल खोल दी. शराबी युवक ने कहा कि 100 रुपये महुआ शराब की बोतल खरीदकर पीते हैं. पुलिस पीने वाले को पकड़ लेती है, लेकिन बेचने वालों को क्यों नहीं पकड़ती है ? शराब बेची जाती है, तभी तो पीते हैं.