• August 1, 2015

संशोधित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के संचालन में गंभीरता बरतने के निर्देश -प्रमुख शासन सचिव

संशोधित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के संचालन में गंभीरता बरतने के निर्देश -प्रमुख शासन सचिव

जयपुर -। प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री मुकेश शर्मा ने प्रदेश में टीबी (क्षय) रोग से पीडि़त उपचार कराने वालों एवं उनके परिजनों की अनिवार्य काउंसलिंग चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कार्मिकों के द्वारा उपचार जारी रखने के लिए एवं संशोधित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के संचालन में गंभीरता बरतने के निर्देश दिये।
श्री शर्मा शुक्रवार ने स्वास्थ्य भवन में आयोजित संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम की राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष छमाही में एमडीआर के 48 उपचाररत् रोगी डाट्स दवा लेने के प्रति गंभीर नहीं हैं एवं 45 एमडीआर संक्रमित निजी चिकित्सालयों में उपचार करा रहे हैं। उन्होंने उपचाररत् रोगियों एवं संभावित व्यक्तियों को क्षय रोग के बारे में नियमित काउंसलिंग करके उन्हें उपचार के महत्व, सावधानियों एवं संभावित खतरों की आवश्यक जानकारियां देने पर बल दिया। उन्होंने उपचाररत् क्षय रोगियों की निगरानी में लापरवाही बरतने को गंभीरता से लिया एवं चूरू, नागौर एवं जैसलमेर के जिला क्षय अधिकारियों को इसके लिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये।
श्री शर्मा ने प्रदेशभर में राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम की प्रभावी क्रियान्विती के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाकर टीबी संक्रमण के नियंत्रण, ग्रसित व्यक्तियों की पहचान करने एवं जांच कर सम्पूर्ण उपचार अवधि में उन्हें गंभीरतापूर्वक परामर्श सेवा उपलब्ध कराने एवं स्वास्थ्य केन्द्रों की सघन मॉनीटरिंग जिला अधिकारियों द्वारा करने के निर्देश दिये।
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ.बी.आर.मीणा ने जिलों की प्रगति रिपोर्ट की जानकारी जिला स्वास्थ्य समिति की प्रतिमाह की बैठकों में आवश्यक रूप से प्रस्तुत करने एवं क्षय रोग उपचार सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने पर बल दिया। उन्होंने प्रयोगशाला सहायकों के रिक्त पदों पर कुशल कार्मिकों की संविदा आधार पर नियमानुसार नियुक्ति करने एवं सभी आवश्यक दवाओं इत्यादि की आपूर्ति के लिए संबंधित अधिकारियों को यथासमय सूचित करने के निर्देश दिये।
कम लक्ष्य उपलब्धि पर कारण बताओ नोटिस
निदेशक जनस्वास्थ्य ने युनिवर्सल एक्सेस एंड एमडीजी द्वारा निर्धारित लक्ष्यों से कम लक्ष्य अर्जित वाले बाड़मेर, अजमेर, जैसलमेर, झुंझुनूं, जोधपुर, नागौर, पाली एवं बीकानेर के जिला क्षय नियंत्रण अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने समीक्षा बैठकों में उपस्थित नहीं होने को गंभीरता लेते जिला क्षय अधिकारियों को नोटिस जारी करने एवं देरी से आने वालों के विरूद्घ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनिल सक्सैना ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश में वर्ष 2000 से प्रदेश में लागू संशोधित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के क्रियान्वयन की सफलता दर 90 प्रतिशत रही है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की छमाही में 44 हजार 139 रोगियों को उपचार पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि जनसमुदाय में क्षय रोग के बारे में प्रचार-प्रसार बढऩे से इसके संक्रमण में नियंत्रण पाया जाना सुलभ हुआ है।
डॉ. सक्सैना ने बताया कि क्षय रोग नियंत्रण एवं उपचार सेवाओं में गुणात्मक सुधार बढ़ाने लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई जायेगी एवं आशासहयोगिनियों, डॉट प्रोवाइडर्स व स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवायी जायेंगी।
—-

Related post

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी इमारतों को हिला दिया

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी…

बीजिंग/काठमांडू 7 जनवरी (रायटर) – चीनी अधिकारियों ने कहा  तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से…
1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…
यू पीआई के माध्यम से लेनदेन दिसंबर 2024 में रिकॉर्ड 16.73 बिलियन

यू पीआई के माध्यम से लेनदेन दिसंबर 2024 में रिकॉर्ड 16.73 बिलियन

नई दिल्ली: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, लोकप्रिय यूनिफाइड पेमेंट्स…

Leave a Reply