• January 10, 2016

संरक्षित खेती वर्तमान समय की जरूरत – कृषि मंत्री

संरक्षित खेती वर्तमान समय की जरूरत – कृषि मंत्री

जयपुर – कृषि, पशुपालन, डेयरी मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के उत्थान के लिए संवेदनशील होकर प्रयासरत है। श्री सैनी शनिवार को बूंदी में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधक अभिकरण (आत्मा) की ओर से आयोजित किसान मेले में उपस्थित किसानों को मुख्य अतिथि पद से सम्बोधित कर रहे थे।

कृषि मंत्री ने कहा कि अन्नदाता देश का पेट पालने का काम करता है। जलवायु परिवर्तन के कारण फसलों का उत्पादन प्रभावित होता है। इसलिए काश्तकारों को संरक्षित खेती अपनाने की जरूरत है। ग्रीन हाऊस, पोली हाऊस व नेट हाऊस वर्तमान समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नेशनल होर्टिकल्चर के बजट का पूर्ण उपयोग होना चाहिए।

श्री सैनी ने कहा कि होर्टिकल्चर से जुड़े अधिकारी ग्रीन हाऊस बनाने के लिए काश्तकारों को अधिकाधिक किसानों को प्रेरित करें। साथ ही परम्परागत खेती (जैविक खेती) को भी अधिकाधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक हेक्टेयर में जैविक खेती करने वाले किसानों को 20 हजार रूपए की राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।

कृषि मंत्री ने कहा कि भूमि की सेहत सुधारने तथा दवाइयों के असर करने के लिए सोयल हेल्थ कार्ड बनाने का महत्वपूर्ण कार्य हाथ में लिया गया है। इसके माध्यम से भूमि में जिन पोषक तत्वों की कमी है, उनकी जानकारी दी जाएगी, ताकि उसका उपचार किया जा सके। इस वर्ष 9 लाख किसानों को नि:शुल्क सोयल हेल्थ कार्ड दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हाईटेक एग्रीकल्चर से जुडऩे की जरूरत है।

श्री सेनी ने कहा कि राजस्थान में आलोवृष्टि से प्रभावित काश्तकारों को 2 हजार 600 करोड़ की सहायता देकर राहत दी गई। उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर राज्य के 33 लाख किसानों को 588 करोड़ रूपए की राशि मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत खातो में जमा करवाई जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियों पूरी कर ली गई है।
कृषि मंत्री ने बूंदी जिले में अगले वित्तीय वर्ष में सब्जी फसलों के लिए करीब 10 करोड़ की लागत का सब्जी उत्कृष्ठता केन्द्र खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि केन्द्र के खुलने से जिले के सब्जी उत्पादकों को सब्जी उत्पादन की उन्नत तकनीक का लाभ मिल सकेगा।

कार्यक्रम में बूंदी विधायक श्री अशोक डोगरा ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित के लिए हमेशा तत्पर है और उनके साथ खड़ी है। जिला कलक्टर नेहा गिरि ने एटीसी द्वारा आयोजित मेले की प्रसंशा करते हुए कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी कृषि संंबंधी विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसानों को अधिकाधिक प्रेरित करें।

कृषि, पशुपालन, डेयरी मंत्री प्रभुलाल सैनी ने शनिवार को बूंदी के छत्रपुरा कृषि फार्म पर किसान मेले के दौरान आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने सजी की प्रदर्शनी की सराहना भी की। मेले में विभिन्न निजी खाद, बीज, दवा एवं कृषि यंत्र विक्रेताओं तथा विभागों द्वारा कुल 40 स्टॉल लगाई गई।

जिले के कृषकों द्वारा फल, फूल, सजी एवं फसल के लाये गये उत्पादों की भी प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले कृषकों को अतिथितियों द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए।

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