- September 14, 2022
संजय टाईगर रिजर्व : मृत बहन के शावकों को मौसी सम्हाल रही है
सीधी ( विजय सिंह )- संजय टाईगर रिजर्व के दुबरी नेशनल पार्क में मां की मौत के बाद अनाथ हुये तीन शावकों को उनकी मौसी पालपोश कर बड़ा कर रही है। पार्क में बाघिन टी-28 के साथ 6 शावक देखे जा रहे हैं, जिनमें से तीन उसके स्वयं के व तीन उसकी सगी बहन टी-18 के हैं। यह दोनों बाघिन कमली की संतान हैं।
टाईगर रिजर्व क्षेत्र से गुजरने वाली कटनी- चोपन रेल लाईन में मालगाड़ी से 16 मार्च की रात टक्कर की वजह से बाघिन टी-18 के घायल होने व उपचार के दौरान मौत के कारण उसके चार शावक अनाथ हो गये थे। उनमें से एक अज्ञात जानवर का शिकार हो गया था। बिना मां के तीन शावकों को बचाने में पार्क प्रबंधन असहाय हो गया था।
संजय टाईगर रिजर्व के तत्कालीन क्षेत्र संचालक वाय.पी. सिंह ने बाघिन टी-18 के तीनों शावकों को उसकी सगी बहन टी-28 से मिला दिया। पहलीबार तीन बच्चों की मां बनी टी-28, बहन की मौत के बाद विगत 6 महीने से मौसी का फर्ज अदा करते हुये तीनों शावकों की दूसरे शिकारी जानवरों से सुरक्षा कर रही है। उन्हें शिकार करना भी सीखा रही है। जिले के संजय दुबरी नेशनल पार्क में 6 शावकों के साथ घूमते हुए बाघिन टी-28 एवं उसके कुनबे का वीडियो वायरल हो रहा है। शावक पानी में अठखेलियां कर रहे हैं, शिकार खा रहे हैं और बाघिन उन पर नजर रखे हुये है। इनमें 3 शावक टी-28 के जबकि 3 शावक उसकी मृत बहन टी-18 के हैं।
दुबरी नेशनल पार्क के संयुक्त संचालक एच.ओ. शर्मा ने बताया कि मृत बाघिन टी-18 के तीन शावक करीब 14 महीने के हो गये हैं। वहीं टी-28 के तीनों बच्चों की उम्र 12 माह है। बाघिन टी-28 अपने शावकों के साथ ही नजर आती है। जब भी शावक एक-दूसरे के साथ मस्ती करते हैं तो बाघिन उन पर नजर रखती है। पार्क के अधिकारियों का कहना है कि टी-28 ने शावकों को अपने बच्चों जैसा ही रख रही है। जंगल में इस तरह के किस्से कम ही सुनने और देखने को मिलते हैं। बाघिन टी-18 और टी-28 एक ही मां कमली की संतान हैं। कमली, सिर पर कमल जैसा निशान होने के कारण प्रसिद्ध है। उसकी चार मादा संतानों ( टी-17, टी-18, टी-28, टी-29 ) ने शावकों को जन्म दिया है, जिससे टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा तेजी से बढ़ रहा है। इनमें से टी-18 की मौत हो चुकी है।