संजय गांधी जैविक उद्यान्न एहतियात के तौर पर बंद- उपमुख्यमंत्री

संजय गांधी जैविक उद्यान्न एहतियात के तौर पर बंद- उपमुख्यमंत्री

बर्डफ्लू वायरस से 16 से 20 दिसम्बर के बीच 6 मोरों की मौत
******************************************
पटना ——— बर्डफ्लू वायरस से 16 से 20 दिसम्बर के बीच 6 मोर के मर जाने के बाद एहतियात के तौर पर संजय गांधी जैविक उद्यान्न को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है।

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि उद्यान्न के अंदर जितने पिंजड़े हैं और पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने के बाद जांचोपरांत पुनः उद्यान्न को खोलने का निर्णय लिया जायेगा। आम दर्शकों से अपील करते हुए श्री मोदी ने कहा कि नए साल के मौके पर अग्रिम टिकट बुक करा चुके दर्शकों के टिकट को विस्तारित करने या रिफंड की व्यवस्था की जायेगी।

श्री मोदी ने कहा कि 5 दिन के अंदर मृत पाए गए 6 मोरों का पोस्टमार्टम पटना में कराने के बाद उसके ‘कारकस’ की जांच भोपाल में कराई गई जिसमें मृत्यु का कारण बर्ड फ्लू का एच-5 एन-1 वायरस पाया गया। इस वायरस का बाघ, जेबरा और तेन्दुआ आदि में भी फैलने का खतरा रहता है।

इसलिए तत्काल प्रभाव से उद्यान्न को बंद कर सभी पिंजड़े और पूरे क्षेत्र को फार्मालीन को पानी में मिला कर चूने के साथ छिड़काव करने का निर्णय लिया गया है। सेनेटाइज करने के बाद पूरे उद्यान्न की जांच कराई जायेगी और वायरस नहीं पाए जाने के बाद उद्यान्न को आम लोगों के लिए खोलने का निर्णय लिया जायेगा।

उन्होंने क्रिसमस और नए साल के मौके पर होने वाली असुविधा के बाबत दर्शकों से अपील की कि जैसे ही स्थिति सामान्य होगी उद्यान्न को खोल दिया जायेगा। इस दौरान अग्रिम टिकट बुक करा चुके दर्शक चाहे तो अपनी टिकट को विस्तारित या रिफंड करा सकते हैं।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply