श्रमिकों के बच्चों के लिये रीवा, शहडोल, छतरपुर और रतलाम में श्रमोदय विद्यालय

श्रमिकों के बच्चों के लिये रीवा, शहडोल, छतरपुर और रतलाम में श्रमोदय विद्यालय

निर्माण श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिये प्रदेश के चार शहरों रीवा, शहडोल, छतरपुर और रतलाम में श्रमोदय विद्यालय खोले जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के निर्देश पर खोले जाने वाले इन श्रमोदय विद्यालयों में मजदूरों के बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा देने के साथ ही प्रशिक्षण की भी व्यवस्था रहेगी।

राज्य शासन ने इस संबंध में आज आदेश जारी कर दिये हैं। चार श्रमोदय विद्यालय के निर्माण के लिये प्रति विद्यालय 50 करोड़ के मान से 200 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे। साथ ही इन विद्यालय की फर्नीशिंग और अन्य कार्यों पर प्रति विद्यालय 10 करोड़ के मान से 40 करोड़ रूपये का व्यय होगा। प्रत्येक विद्यालय के संचालन के लिये 10 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का व्यय संभावित है।

श्रमोदय विद्यालयों में श्रमिकों के बच्चों को पूर्णत: निशुल्क शिक्षा, गणवेश, भोजन तथा पठन-पाठन की सामग्री उपलब्ध करवायी जायेगी। प्रत्येक विद्यालय में छठवीं से बारहवीं हर कक्षा में 160 छात्र-छात्राएँ अध्ययन करेंगे। श्रमोदय विद्यालय की क्षमता 1120 छात्र-छात्राओं के बीच होगी। इस तरह खुलने वाले चारों नये श्रमोदय विद्यालयों में लगभग 4480 विद्यार्थी अध्ययन करेंगे।

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