• November 18, 2020

श्रद्धांजलि — राज्यपाल और प्रसिद्ध लेखिका मृदुला सिन्हा (भूमिहार ब्राह्मण) — अब नहीं रही ।

श्रद्धांजलि — राज्यपाल और प्रसिद्ध लेखिका मृदुला सिन्हा (भूमिहार ब्राह्मण) — अब नहीं रही ।

मृदुला सिन्हा– गोवा की राज्यपाल—पदस्थ–कार्यालय ग्रहण–26 अगस्त 2014
जन्म–27 नवम्बर 1942 (आयु 77),ग्राम-छपरा जिला मुजफ्फरपुर,बिहार,मृत्यु-18 नवम्बर 2020,जीवन संगी—डॉ.राम कृपाल सिंह, निवास–काबो राजभवन,डोना पाउला,गोवा,धर्म-हिन्दू
***************************************************************
वे एक सुविख्यात हिन्दी लेखिका के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी की केन्द्रीय कार्यसमिति की सदस्य भी हैं। पूर्व वे पाँचवाँ स्तम्भ के नाम से एक सामाजिक पत्रिका निकालती रही।

श्रीमती सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमन्त्रित्व-काल में केन्द्रीय समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। उनकी पुस्तक एक थी रानी ऐसी भी की पृष्ठभूमि पर आधारित राजमाता विजया राजे सिन्धिया को लेकर एक फिल्म भी बनी थी।

मनोविज्ञान में एम०ए० करने के बाद उन्होंने बी०एड० किया और मुजफ्फरपुर के एक कॉलेज में प्रवक्ता हो गयीं। कुछ समय तक मोतीहारी के एक विद्यालय में प्रिंसिपल भी रहीं किन्तु अचानक उनका मन वहाँ भी न लगा और नौकरी को सदा के लिये अलविदा कहके उन्होंने हिन्दी साहित्य की सेवा के लिये स्वयं को समर्पित कर दिया।

उनके पति डॉ॰ रामकृपाल सिन्हा, जो विवाह के वक़्त किसी कॉलेज में अंग्रेजी के प्रवक्ता हुआ करते थे, जब बिहार सरकार में मन्त्री हो गये तो मृदुला जी ने भी साहित्य के साथ-साथ राजनीति की सेवा शुरू कर दी। आज तक यह सिलसिला लगातार जारी रही।

*** प्रकाशित कृतियाँ

*** राजपथ से लोकपथ पर (जीवनी)
*** नई देवयानी (उपन्यास)
*** ज्यों मेंहदी को रंग (उपन्यास)
*** घरवास (उपन्यास)
*** यायावरी आँखों से (लेखों का संग्रह)
*** देखन में छोटे लगें (कहानी संग्रह)
*** सीता पुनि बोलीं (उपन्यास)
*** बिहार की लोककथायें -एक (कहानी संग्रह)
*** बिहार की लोककथायें -दो (कहानी संग्रह)
*** ढाई बीघा जमीन (कहानी संग्रह)
*** मात्र देह नहीं है औरत (स्त्री-विमर्श)
*** विकास का विश्‍वास (लेखों का संग्रह)
*** साक्षात्‍कार(कहानी संग्रह)

अतिशय

*** स्पर्श की तासीर

*** क ख ग

*** मानवी के नाते

*** पुराण के बच्चे

*** विकास का विश्वास

*** एक दिए की दीवाली

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply