- December 7, 2017
शुद्ध एवं त्रुटि रहित मतदाता सूची लोकतन्त्र का आधार – चुनाव आयुक्त
जयपुर, 7 दिसम्बर। चुनाव आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शुद्ध एवं त्रुटि रहित मतदाता सूची लोकतन्त्र का आधार है इसलिए त्रुटि रहित मतदाता सूची के लिये निरन्तर प्रयास किये जाये।
¬श्री अरोड़ा बुधवार को जयपुर स्थित मैरियट होटल में निर्वाचन विभाग से सम्बन्धित विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान-2018 की समीक्षात्मक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने ने राज्य में अब तक किये गये चुनाव से सम्बन्धित कार्यों की सराहना करते हुए समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए।
चुनाव आयुक्त ने जयपुर जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, सुपरवाईजर्स एवं बीएलओ के साथ भी चर्चा कर फील्ड में किए जा रहे कार्यो के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने इनके सामने आ रही समस्याओं की जानकारी भी प्राप्त की गई। बैठक में बताया गया कि मोबाइल एप के माध्यम से कार्य करने में बीएलओ को सुविधा हुई है। इस एप के माध्यम से मतदाता सूचियों में होने वाली त्रुटियों को मौके पर ही ठीक करना सम्भव हो सका है।
उप चुनाव आयुक्त श्री संदीप सक्सेना ने बताया कि ERO-NET एवं BLO-NET के शत-प्रतिशत लागू हो जाने पर बीएलओ एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्यो में सरलता होगी। उन्होंने बताया कि आयोग साफ-सुथरी एवं त्रुटि रहित मतदाता सूची बनाना चाहता है जो इसके माध्यम से ही सम्भव हो सकेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अश्विनी भगत ने बताया गया कि अब तक राज्य में सक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के अन्तर्गत 11 लाख से अधिक फार्म प्राप्त हो चुके है जिनका निस्तारण ERO-NET के माध्यम से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा वर्तमान में चल रहे घर घर सर्वे अभियान के अन्तर्गत अधिक से अधिक मोबाइल एप का प्रयोग करते हुये BLO-NET पर कार्य किया जा रहा है।
श्री भगत ने बताया कि इस वर्ष में राज्य में संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2017 के पश्चात् फरवरी-मार्च में युवा पंजीकरण महोत्सव एवं जुलाई में वृहत पंजीकरण महोत्सव के नाम से दो विशेष अभियान चलाये गये थे जिसमें काफी संख्या में नाम जोड़े गये जिसमें 18 से 19 वर्ष के युवाओं एवं महिलाओं का विशेषकर पंजीयन करवाया गया जिससे मतदाता सूची में उनका अनुपात अपेक्षित स्तर पर आ सका। राज्य में मतदाता सूची में महिलाओं का अनुपात 902 प्रति हजार मतदाता से बढ़कर 913 प्रति हजार मतदाता हो गया है जो महिलाओं की प्रजातन्त्र में बढ़ी हुई सहभागिता सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने बताया कि राज्य में सूचना तकनीक का अधिकाधिक उपयोग के लिये जिला निर्वाचन अधिकारियों (कलक्टर), निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्यालयों में कम्प्यूटर उपकरण उपलब्ध कराने हेतु भी राज्य सरकार द्वारा राशि स्वीकृत की गई है जिससे मतदाता सूची प्रबन्धन एवं चुनाव प्रबन्धन में सुविधा होगी।
राज्य में जिन जिलों में ई.वी.एम. वी.वी.पैट मशीन के भण्डारण हेतु प्रर्याप्त सुविधा युक्त वेयरहाउस का निर्माण का कार्य प्रगति पर है जिसके लिये भी राज्य सरकार द्वारा आवश्यक राशि उपलब्ध कराई गई है।
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