- November 3, 2016
शिल्प ग्राम में आकर्षण का केन्द्र बेलमेटल की कला
छत्तीसगढ़————– छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस की सोलहवीं वर्ष गांठ के अवसर पर पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी औद्योगिक परिसर नया रायपुर में आयोजित राज्योत्सव में राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा विकास पर आधारित झांकियां प्रदर्शित की गयी है।
यहां ग्रामोद्योग विभाग की शिल्प ग्राम में बेलमेटल, बांस, शिसल, पत्थर, टेराकोटा सहित विभिन्न विधाओं में अनेक कला कृतियां लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। ग्रामोद्योग से सम्बद्ध विभिन्न घटकों-रेशम, हाथकरघा, हस्तशिल्प, माटी कला और खादी-ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से 44 स्टाल लगाए गए हैं।
शिल्प ग्राम में रायगढ़ जिले के एकताल ग्राम के राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त बेलमेटल शिल्पकार श्री उदय राम झारा, शंकर झारा, भोगीलाल झारा और राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त श्री रविन्द्र नाग एवं विजय कुमार झोरका ने बताया कि बेलमेटल शिल्प आदिकाल से प्रचलित है। हड़प्पा और मोहन जोदड़ों सम्यता के समय भी इस प्रकार की शिल्पों का प्रमाण मिला है।
यह शिल्प अत्यधिक प्राचीन है। इस शिल्प में कांसा और पीतल मिलाकर बेलमेटल की मूर्तियां बनायी जाती है। प्रदेश में इस समय बेलमेटल शिल्पियों की संख्या लगभग ढाई हजार है। बेलमेटल के शिल्पी रायगढ़, कोण्डागांव, नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा जिले में अधिक है। शिल्पकारों ने बताया कि राज्योत्सव में उनकी कलाकृतियों की अच्छी बिक्री हो रही है।