शिक्षा परिसरों में राजनीति खत्म करें

शिक्षा परिसरों में राजनीति खत्म करें

राजेश पाण्डेय ———————–शिक्षा परिसरों में राजनीति खत्म करें। भारत विश्व गुरु के रूप में जाना जाता था। देश को फिर से विश्व गुरु की हैसियत दिलवाने सार्थक प्रयास हों। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह बात मध्यप्रदेश भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय में भारतीय विश्वविद्यालय संघ (मध्य क्षेत्र) के कुलपतियों के सम्मेलन में कही।

श्री गुप्ता ने कहा कि डिग्री लेते समय विद्यार्थी के चेहरे पर मुस्कान लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कुलपति छात्र-हित में सख्त निर्णय लें। स्टाफ रूम में चर्चा का विषय शिक्षा होना चाहिए। श्री गुप्ता ने कहा कि सिर्फ बातें नहीं कार्य करें। उन्होंने कहा कि जो जहाँ हैं, वहाँ इमानदारी से कार्य करे। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सम्मेलन के निष्कर्षों को सरकार लागू करेगी।

उच्च शिक्षा एवं स्कूल राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने कहा कि बदलते परिवेश में शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन लायें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करें। श्री जोशी ने कहा कि अगर आपके पास समय हो, तो गूगल की बजाय पुस्तकों में जानकारी खोजें। मंत्रीद्वय ने कुलपतियों को सम्मानित किया।

भारतीय विश्वविद्यालय संघ के महासचिव प्रो. फुरकान कमर ने बताया कि सम्मेलन में 5 राज्य के 51 कुलपति शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य एक-दूसरे विश्वविद्यालय की अच्छी गतिविधियों को शेयर करना है।

भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय के कुल पति डॉ.तारिक जफर ने अतिथियों का स्वागत किया। श्रीमती ए. श्रमादीन पानी ने सम्मेलन के निष्कर्षों की जानकारी दी।

सम्मेलन के दौरान ‘सूचना संचार प्रौद्योगिकी द्वारा छात्र सहयोगी सेवाओं एवं आपसी तकनीक द्वारा ऑनलाइन शिक्षा का विस्तार’ संगोष्ठी भी हुई। संगोष्ठी में 120 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किये गए।

 

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