• June 11, 2019

शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाएं -शिक्षा राज्य मंत्री

शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाएं -शिक्षा राज्य मंत्री

जयपुर————-शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने मंगलवार को शासन सचिवालय में शिक्षा विभाग की विशेष समीक्षा बैठक ली। उन्होंने इस दौरान विधानसभा के प्रारंभ होने जा रहे सत्र के दौरान विभागीय तैयारियों के बारे में भी जानकारी ली तथा कहा कि अधिकारी विधानसभा प्रश्नों को गम्भीरता से लें। उन्होंने कहा कि विधानसभा प्रश्नों के सबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

श्री डोटासरा ने इस दौरान विभागीय गतिविधियों की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि शिक्षा क्षेत्र में नवाचार अपनाते हुए प्रदेश केा अग्रणी बनाने के लिए सभी स्तरों पर कार्य किया जाए।

उन्हाेंने सीएसआर के तहत शिक्षा क्षेत्र में मिलने वाले सहयोग की गतिविधियों के दायरे को बढ़ाए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में सीएसआर के तहत प्राप्त होने वाली राशि का समुचित उपयोग विद्यार्थियों और शिक्षा क्षेत्र में व्यावहारिक रूप में होना चाहिए।

शिक्षा मंत्री ने विद्यालयों में उपयोगिता के आधार पर ही शिक्षकों का पदस्थापन किए जाने की नीति पर कार्य किए जाने पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि विशेष शिक्षकों का पदस्थापन ऎसे स्थानों पर ही किया जाए जिनसे कि विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों को उनका समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने शारीरिक शिक्षकों के कार्यों के बारे में भी समीक्षा की तथा कहा कि विद्यालयों में खेल गतिविधियों के विकास में उनकी सक्रिय भागीदारी होनी चाहिए।

उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रदेश के विद्यालय के बच्चों की राष्ट्रीय, राज्य प्रतियिोगिताओं में समुचित भागीदारी हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए शारीरिक शिक्षकों को जवाबदेह किया जाएगा।

श्री डोटासरा ने विद्यालयाें में गुणवत्तापूर्ण शि़क्षा के साथ ही बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी शिक्षकों को कार्य किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य है, उनका सर्वागीण विकास शिक्षा के तहत हो-इसे सभी स्तरों पर सुनिश्चित किया जाएगा।

शिक्षा मंत्री ने बैठक में डाईट्स को सुदृढ़ किए जाने के बारे में किए गए कार्यों के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कक्षा आठ और पांचवी की परीक्षाएं जिला शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों से ही करवाई जाए, इस पर कार्य किया जाए। उन्हाेंने डाईट्स को शिक्षक प्रशिक्षण के उत्कृष्ट केन्द्र बनाने के लिए वहां योग्यतम शिक्षकों को लगाए जाने के भी निर्देश दिए।

बैठक में उन्होंने समग्र शिक्षा अभियान की गतिविधियों के साथ ही साक्षरता और सतत शिक्षा, ओपन स्कूल, पाठ्यपुस्तक मंडल, शिक्षा निदेशालय आदि के कार्यों के बारे में भी समीक्षा की तथा कहा कि विभागीय योजनाओं और कार्यों का समयबद्ध क्रियान्वयन हो, इसे सभी स्तरों पर सुनिश्चित किया जाए।

बैठक में प्रमुख शासन सचिव डॉ. आर. वेंकटेश्वरन, समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक डॉ. एन.के.गुप्ता, शिक्षा निदेशक श्री नथमल डीडेल एवं श्री ओ.पी. कसेरा सहित बड़ी संख्या में शिक्षा अधिकारियों ने भाग लिया।

Related post

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

दिल्ली उच्च न्यायालय ने फोन-पे को उसके डिजिटल भुगतान ब्रांड और एजीएफ फिनलीज इंडिया द्वारा ‘फोन…
बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त और अन्य को एक व्यक्ति द्वारा दायर…
सीरिया: दुनिया को विद्रोहियों को शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आंकना चाहिए : शैलश कुमार

सीरिया: दुनिया को विद्रोहियों को शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आंकना चाहिए : शैलश कुमार

सीरिया में असद शासन के पतन ने इस संकटग्रस्त देश के लिए एक नया अध्याय खोल…

Leave a Reply