• November 18, 2016

शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों पर दें सर्वाधिक ध्यान

शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों पर दें सर्वाधिक ध्यान

जयपुर—- महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ माता और घर-परिवार के संस्कारों पर पर्याप्त दिए जाने पर बल दिया है और कहा है कि आज संस्कार संवहन पर ध्यान देने की सर्वाधिक आवश्यकता है।

श्रीमती अनिता भदेल गुरुवार को उदयपुर जिले के सलूम्बर उपखण्ड क्षेत्र के लकापा में अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। समारोह में सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा सहित क्षेत्र के कई जन प्रतिनिधिगण, महिला एवं बाल विकास विभागीय अधिकारीगण तथा हजारों की संख्या में संभागी उपस्थित थे।1-1

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत आयोजित सामूहिक गोद भराई, शिशु जन्मोत्सव, अन्नप्राशन उत्सव तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगी एवं ग्राम साथिन बहनों के विशेष सम्मेलन में हिस्सा लिया। उन्होंने इन रस्मों को देखा तथा गर्भवती महिलाओं, शिशुओं एवं धात्री माताओं को आशीर्वाद दिया।

उन्होंने विवाह संस्कार कर दाम्पत्य सूत्र में बंधे दम्पत्ति का अभिनंदन किया। अपने उद्बोधन में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भदेल ने उपस्थित जनों के समक्ष महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों, संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों आदि की जानकारी दी और इनका लाभ सभी जरूरतमन्दों तक पहुंचाने के लिए मिल-जुलकर काम करने का आह्वान किया।

श्रीमती भदेल ने जीजा बाई, पन्नाधाय, हाड़ा रानी आदि के उदाहरण देते हुए इनके त्याग, तपस्या और बलिदान की गाथाओं का स्मरण किया। उन्हाेंंने बालिका शिक्षा, पारिवारिक संस्कारों, मूल्याेंं से परिपूर्ण सांस्कृतिक वैशिष्ट्य, माँओं के अहम् दायित्वों आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की और महिलाओं से कहा कि वे अपने सामथ्र्य को जानें और अपनी अहम् भूमिका को विस्तार दें।

उन्होंने नारी को सर्वोच्च सम्मानित बताया और कहा कि बहुआयामी एवं श्रेष्ठतम सृजन क्षमता से परिपूर्ण नारी दया, करुणा और समर्पण की मूर्ति है और केवल स्त्री ही है जो प्रसव से लेकर सभी पीड़ाओं को सह सकती है और स्त्री के कारण से ही पुरुष का अस्तित्व है।

महिलाओं को चाहिए कि वे समय के अनुसार चलें और बच्चों को संस्कारवान, हृष्ट-पुष्ट बनाएं और समाज मेें महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें। इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग की परियोजना प्रबन्धक श्रीमती रश्मि कोशिश, उपखण्ड अधिकारी श्री नरेश बुनकर, तहसीलदार श्री डायालाल पाटीदार सहित अनेक अधिकारीगण उपस्थित थे।

श्रीमती भदेल ने गायत्री शक्तिपीठ परिसर में लगी प्रदर्शनियों का अवलोकन किया और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रदर्शनी की सराहना की। उन्होंने सलूम्बर क्षेत्र के खेराड़ प्रथम में आंगनवाड़ी केन्द्र का अवलोकन किया और व्यवस्थाओं को देखा।

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