- April 9, 2016
शांति का टापू मध्यप्रदेश : उद्योग लगाने की अपार संभावनाएँ
दुर्गेश रायकवार—————————- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ उद्योग लगाने की अपार संभावनाएँ हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नई दिल्ली में मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं विषय पर सेमीनार में बोल रहे थे। सेमीनार मध्यप्रदेश सरकार और सीआईआई के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।
श्री चौहान ने उद्योगपतियों से मुलाकात कर मध्यप्रदेश में निवेश के लिये उन्हें आमंत्रित किया और कहा कि निवेशकों को सरकार पूरा सहयोग देगी। निवेशक को राज्य में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। सेमीनार आगामी अक्टूबर माह में इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों और उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिये आकर्षित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2014 में हुई जीआईएस में लगभग 6 लाख करोड़ रुपये के करारनामे हुए थे। डेढ़ वर्ष के अंदर ही 2 लाख करोड़ का निवेश जमीनी-स्तर पर साफ दिखायी दे रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में भूमि अधिग्रहण की भी आवश्यकता नहीं है। उद्योग लगाने के लिये राज्य सरकार ने लेण्ड-बैंक बनाया है। इसमें 26 हजार हेक्टेयर भूमि उपलब्ध है।
निवेशक प्रदेश में किसी भी स्थान से ऑनलाइन उद्योग लगाने के लिये भूमि ले सकता है। प्रदेश में अब सिंगल टेबल के कन्सेप्ट के आधार पर ही उद्योग लगाने की सभी कार्यवाही मौके पर ही की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने लघु-कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के लिये एक अलग विभाग बनाया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने भी उद्योगपतियों के समूह को संबोधित किया। मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा ने प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य और प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही रियायत के बारे में बताया। सेमीनार में प्रमुख सचिव उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के. मिश्रा मौजूद थे।