• November 12, 2021

वैमनस्यता पैदा करने की मंशा से भड़काऊ भाषण से खजुरिया थाना में आजम खां पर आरोप तय

वैमनस्यता पैदा करने की मंशा से भड़काऊ भाषण से खजुरिया थाना  में आजम खां  पर आरोप तय

रामपुर लोकसभा चुनावों में प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण देने और आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में सपा सांसद आजम खां के खिलाफ दर्ज तीन मुकदमों में कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं। अब इन मामलों में गवाही-जिरह की प्रक्रिया शुरू होगी।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों में आजम खां समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी थे और चुनाव में जीत भी दर्ज की। लेकिन, इस चुनाव में प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण करने, आचार संहिता का उल्लंघन करने और दो वर्गों में वैमनस्यता पैदा करने के आरोप में सिविल लाइंस, खजुरिया और बिलासपुर थाने में अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

खजुरिया थाना क्षेत्र में आजम खां की जनसभा का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें आरोप था कि आजम खां ने दो वर्गों में वैमनस्यता पैदा करने की मंशा से भड़काऊ भाषण दिया था। जो कि आचार संहिता का उल्लंघन माना गया। 

जिस पर वीडियो अवलोकन टीम के प्रभारी रामनरेश ने खजुरिया थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। बिलासपुर थाने में भी आजम खां का एक वीडियो वायरल होने के बाद भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। सिविल लाइंस थाने में भी चुनाव आयोग के प्रति मतदाताओं को भड़काने के आरोप में सहायक रिटर्निंग ऑफिसर 37 उपजिलाधिकारी सदर द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने इन मामलों की विवेचना करते हुए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी।

अब ये मामले एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रहे हैं, जिनमें गुरुवार को तारीख थी। जिला शासकीय अधिवक्ता अरुण प्रकाश सक्सेना ने बताया कि इन तीनों मामलों में गुरुवार को कोर्ट ने सपा सांसद आजम खां के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। अब इन तीनों मामलों में गवाही और जिरह की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply