- May 29, 2018
वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के साथ डिजीटल आर्ट गैलरी का उद्घाटन
चंडीगढ़——- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के साथ-साथ दिल्ली से बहादुरगढ़ के बीच मेट्रो लाइन परियोजना, हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय इत्यादि की परियोजनाओं के लिए शीघ्र ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से समय लेकर उदघाटन करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री आज उत्तर प्रदेश के बागपत में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के उपस्थिति में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे (कुंडली-गाजिय़ाबाद-पलवल) केजीपी, जिसे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे भी कहा गया है, के उदघाटन अवसर पर आयोजित रैली में जन समूह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस 135 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे का निर्माण इन्फ्रास्ट्रक्चर के युग मे एक नया अध्याय है। उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे भी बन जायेगा और इन दोनों एक्सप्रेस वे की ये 270 किलोमीटर लंबाई की सडक़ दुनिया में किसी भी देश में इस प्रकार की लंबी सडक़ें होगी।
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने इस एक्सप्रेस वे के संदर्भ में डिजिटल गैलरी का भी उदघाटन किया जिसमें इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के बारे में जानकारी दी गयी है। उन्होने कहा कि वे प्रधानमंत्री का इस एक्सप्रेस वे के उदघाटन के लिए हरियाणा की 2.5 करोड़ जनता की ओर से स्वागत करते हैं।
उन्होंने कहा कि झछरौली पुल का शिलान्यास हो चुका है और आगामी 5 जून तक इसके टेंडर हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले 3.5 साल में हरियाणा को इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में 9 राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए 35000 करोड़ रुपये मंजूर किये गए। उन्होंने कहा कि ईस्टर्न एक्सप्रेस वे और वेस्टर्न एक्सप्रेस वे के बन जाने से दिल्ली के लोगों को काफी राहत मिलेगी और यह एक्सप्रेस वे उत्तर भारत को दक्षिण भारत से जोडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि हाइवे बनने से जहां विकास होगा तो वही निवेश के नए द्वार भी खुलेंगे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश कृषि प्रधान राज्य हैं और हमारे यहाँ मंडियों के साथ-साथ संस्कृति, इन्फ्रास्ट्रक्चर और अन्य क्षेत्रों में बेहतर संबंध बने हैं।
इससे पहले केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग एवं पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगले 10 से 15 दिनों में हरियाणा और दिल्ली को जोडऩे वाला द्वारका एक्सप्रेस वे का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस वे 7000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा।
उन्होंने ईस्टर्न एक्सप्रेस वे के निर्माण के बारे में भी जानकारी सांझा की। उन्होंने कहा कि यह भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर की एक शुरूआत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केजीपी राष्ट्र को समर्पित
-सोनीपत में पबसरा-जाखौली गांव में एनएचआई द्वारा निर्मित डिजीटल आर्ट गैलरी का भी किया उद्घाटन
-उत्तर प्रदेश के बागपत में उद्घाटन समारोह में भी किया संबोधित
-मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी रहे उपस्थित, हैलीपैड पर शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्रीमती कविता जैन एवं सांसद श्री रमेश कौशिक के साथ किया फूल व गीता देकर प्रधानमंत्री का स्वागत
प्रधानमंत्री ने दोनों राज्यों के इस सफल प्रयास की सराहना बागपत में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे (कुंडली-गाजिय़ाबाद-पलवल) केजीपी, जिसे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे भी कहा गया है, के उदघाटन अवसर पर आयोजित रैली में जन समूह को संबोधित करते हुए की।
प्रधानमंत्री ने डिजीटल आर्ट गैलरी का निरीक्षण किया। इस आर्ट गैलरी में उन्हें 3डी तकनीक के जरिए केजीपी निर्माण की शुरूआत से काम पूरा होने तक के पूरे सफर को विस्तार से अवगत करवाया। इन चलचित्रों में केजीपी की जमीन अधिग्रहण, किसानों की समस्याओं का समाधान, हाईवे के लिए जमीन पर काम की शुरूआत, कर्मचारियों को काम समय पर पूरा करने के लिए बनाई गई रणनीति, हाईवे के निर्माण में प्रयोग की गई तकनीक, हाईवे में प्रयोग की गई सौर ऊर्जा, सडक़ पर प्रयोग की गई ड्रिप सिंचाई की तकनीक, पौधारोपण, हाईवे निर्माण के बाद दिल्ली व अन्य शहरों को होने वाले फायदे के बारे में प्रधानमंत्री ने विस्तार से जानकारी ली।
यहां एनएचआई के चेयरमैन युद्धवीर सिंह मलिक ने प्रधानमंत्री को बताया कि इस हाईवे के निर्माण को 910 की बजाए 500 दिन में पूरा किया गया है। यह अपने आप में रिकार्ड है और देश में हाईवे निर्माण के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि दिल्ली में ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इस्टर्न पैरीफेरल एक्सप्रेस वे (केजीपी) का निर्माण किया गया है। छह लेन के 135 किलोमीटर लंबे इस हाईवे के निर्माण पर 5763 करोड़ रुपये की लागत आई है। यह देश का पहला एक्सिस कंट्रोल हाईवे है और वाहन जितना सफर करेंगे उतना ही टोल देना होगा।
उन्होंने बताया कि इस हाईवे में प्रत्येक 500 मीटर पर दोनों तरफ रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था की गई है। पूरा हाईवे सौर ऊर्जा से संचालित है। देश की कला व संस्कृति को दर्शाते इंडिया गेट, गेटवे आफ इंडिया, अशोका स्तंभ जैसे 36 स्मारकों की प्रतिकृति स्थापित की गई है।
देश के इस पहले एक्सिस कंट्रोल हाईवे के निर्माण के दौरान प्रयुक्त की गई तकनीक, बाधाओं और अन्य कार्यों को भावी पीढ़ी व आने वाले पर्यटकों को दिखाने के लिए एनएचआई द्वारा इस डिजीटल आर्ट गैलरी का निर्माण किया गया है।
इस गैलरी में 18 डिस्प्ले तैयार किए गए हैं, जिसमें हाईवे के निर्माण से जुड़ी तमाम जानकारियां समायोजित की गई हैं। यह जानकारी जहां आम लोगों के लिए ज्ञानवर्धक होगी, वहीं शोध व इंजीनियरिंग से जुड़े छात्रों को निर्माण से जुड़ी बारीकियां भी प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एनएचआई के इन प्रयासों व बेहतरीन कार्य के लिए काम में लगे सभी इंजीनियरों, अधिकारियों, कर्मचारियों व श्रमिकों को अपनी शुभकामनाएं भी दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडक़री, सांसद श्री रमेश कौशिक, शहरी स्थानीय निकाय, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन, एनएचआई के चेयरमैन युद्धवीर सिंह मलिक, मुख्य सचिव श्री डी.एस. ढेसी, डीजीपी श्री बी.एस. संधू, उपायुक्त विनय सिंह, एसएसपी सतेंद्र गुप्ता, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन भी उपस्थित थे।