• December 4, 2020

वेटनरी कॉलेज में 10 लाख से अधिक वैक्सीन को रखने की है व्यवस्था: पशुओं के टीकाकरण की व्यवस्था काफी हाईटेक है, जो इंसानों को बचाने वाली कोरोना वैक्सीन के लिए सुरक्षित

वेटनरी कॉलेज में 10 लाख से अधिक वैक्सीन को रखने की है व्यवस्था: पशुओं के टीकाकरण की व्यवस्था काफी हाईटेक है, जो इंसानों को बचाने वाली कोरोना वैक्सीन के लिए सुरक्षित

दैनिक भास्कर ( पटना) कोविड वैक्सीन जानवरों के प्लेटफॉर्म से होकर ही इंसानों की रगों में दौड़ेगी। वैक्सीन का कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए सरकार पशुपालन विभाग के टीकाकरण का पूरा सेटअप इस्तेमाल करेगी। पशुओं के टीकाकरण की पूरी व्यवस्था काफी हाईटेक है, जो इंसानों को बचाने वाली कोरोना वैक्सीन को खराब होने से बचाएगी। दैनिक भास्कर बताने जा रहा है कि किस तरह से आम आदमी के पास कोरोना वैक्सीन की डोज पहुंचेगी।


10 लाख से अधिक वैक्सीन के स्टोरेज की क्षमता

वेटनरी कॉलेज में पशुओं की वैक्सीन रखने की काफी हाईटेक व्यवस्था है। यहां 3 लाख से अधिक वैक्सीन को रखा जाता है। पशुओं को लगने वाली वैक्सीन की साइज काफी बड़ी होती है। अगर इसमें कोविड वैक्सीन रखी जाए तो वह 10 लाख से अधिक होगी। पटना में बच्चों को लगाई जाने वाली वैक्सीन की कुल स्टोरेज क्षमता 8 लाख ही है। हर माह के प्रथम सप्ताह में इसमें कोई और वैक्सीन नहीं रखी जा सकती है, जबकि जानवरों के टीकाकरण के लिए बनाई गई व्यवस्था से इंसानों को काफी राहत मिलेगी।

ऐसी है पशुपालन विभाग की व्यवस्था

पशुपालन विभाग में पशुओं के वैक्सीनेशन को लेकर पटना के वेटनरी कॉलेज में 77 आइस लाइन फ्रीजर (ILR) हैं। इसके अलावा दो बड़े चैम्बर कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए बनाए गए हैं। ऐसी व्यवस्था इंसानों के वैक्सीन को मेंटेन करने के लिए सिर्फ स्टेट हेल्थ सोसाइटी में है। पटना के वेटनरी कॉलेज में कोल्ड कैबिनेट बनाया गया है। एक 10 बाइ 10 का है और दूसरा 8 बाइ 8 का है। दोनों कोविड वैक्सीन का कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं होगा। पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश के सभी जिलों में ILR हैं, जहां इंसानों की वैक्सीन का कोल्ड चेन मेंटेन किया जा सकता है।

इंसानों तक ऐसे पहुंचेगी वैक्सीन

स्वास्थ्य विभाग की टीम पटना के वेटनरी कॉलेज के साथ पशुओं के टीकाकरण का पूरी व्यवस्था देखी है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जो योजना बन रही है, उसके अनुसार पशुओं के टीकाकरण की पूरी व्यवस्था इंसानों को लगने वाली कोविड वैक्सीन में काफी काम आएगी। कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए पशुपालन विभाग का पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर उपयोग में लिया जाएगा, जिससे कोविड वैक्सीन खराब नहीं होने पाए। पशुओं के हर अस्पताल में कोल्ड चेन के लिए हाईटेक फ्रीजर हैं।

कोविड वैक्सीन में कोल्ड चेन मेंटेन करना बड़ी चुनौती

कोविड वैक्सीन में कोल्ड चेन मेंटेन करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। इसे लेकर हर दिन अफसरों का मंथन हो रहा है। पटना के प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसपी विनायक ने बताया कि उनके पास 8 लाख वैक्सीन रखने की क्षमता है और कोविड वैक्सीन डोज 67 लाख लोगों को देना है। पटना में 77 आइसलाइन फ्रीजर हैं और 7 अन्य हैं। इसमें बड़े फ्रीजर में 20 हजार और छोटे में 10 हजार वैक्सीन रखने की क्षमता है। कोविड वैक्सीन को लेकर और आइस लाइन फ्रीजर मंगाया जा रहा है। इसमें 2 से 8 डिग्री तक वैक्सीन को रखा जा सकता है। डॉ एसपी विनायक का कहना है कि इसके लिए पशुपालन विभाग के सेटअप का इस्तेमाल किया जाएगा। इसकी तैयारी की जा रही है।

वैक्सीनेशन को लेकर टास्कफोर्स का गठन

कोरोना वैक्सीन को लेकर टास्कफोर्स का गठन करने का निर्देश प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने दिया है। राज्य स्वास्थ्य समिति की तरफ से अब टास्क फोर्स बनाने की तैयारी चल रही है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों के डीएम को ज़िम्मेदारी दी गई है। ब्लाक स्तर पर इसका गठन किया जाना है। इसके लिए प्रधान सचिव के साथ आने वाले दिनों में बड़ी बैठक होनी है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग में युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा था। वर्चुअल मीटिंग के लिए अधिकारियों को पत्र जारी किया जा रहा है।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply