- April 14, 2016
वेजीटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन यूनिट
रायपुर ———– (छत्तीसगढ)———— राज्य सरकार ने उद्यानिकी किसानों के हित में राजनांदगांव जिले में एक नई प्लग टाईप वेजीटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन यूनिट स्थापित करने का निर्णय लिया है। नई यूनिट की स्थापना में छह करोड़ रूपए की लागत आएगी।
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि छत्तीसगढ़ में प्रथम प्लग टाईप वेजीटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन यूनिट की स्थापना रायपुर जिले के विकासखंड आरंग स्थित बाना कृषि प्रक्षेत्र में की गई है। इसी प्रकार की दूसरी यूनिट बिलासपुर के सरकण्डा में लगायी गयी है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के राजनांदगांव, कबीरधाम, कांकेर, जगदलपुर, धमतरी, सूरजपुर, सरगुजा, जांजगीर-चाम्पा, महासमुंद और कोण्डागांव जिले में एक-एक मिनी प्लग टाईप वेजीटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन यूनिट की स्थापना भी की गई है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि प्लग टाईप वेजीटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन यूनिटों में सब्जियों और फल-फूलों के पौधे उन्नत तकनीक से तैयार किए जाते हैं। इन यूनिटों में किसानों द्वारा उद्यानिकी फसलों के उपलब्ध कराए गए बीजों से थरहा तैयार किए जाते हैं। पौधा तैयार करने के लिए किसानों से मामूली शुल्क लिया जाता है। यूनिटों में तैयार किए गए पौधे स्वस्थ और टिकाउ होते हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि इन यूनिटों में तैयार करने आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जाता है। पौधे ट्रे में तैयार किए जाते हैे। ट्रे में बीजों को अलग-अलग मानक दूरी और गहराई में डाले जाते हैं। पौधे तैयार करने नारियल कोकोपीट एवं वर्मी कोलेट का मिश्रण डाला जाता है। पौधों के लिए पोषक इन तत्वों से तैयार पौधे विपरित वातावरण में भी जीवित रहने की क्षमता रखते हैं। यह किसानों के लिए काफी लाभदायक है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि बाना में स्थापित यूनिट का अवलोकन करने आस-पास के राज्यों के कृषि एवं उद्यानिकी के छात्र-छात्राएं और किसान आते हैं। यहां पर उन्नत तकनीकों से बीज उत्पादन एवं प्रसंस्करण प्रक्रिया की जानकारी इन विद्यार्थियों और किसानांे को मिलती है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के दस जिलों में स्थापित मिनी प्लग टाईप वेजीटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन यूनिट में उद्यानिकी विभाग की नसर्रियों के लिए पौधे तैयार किए जाते हैं।