वीवीपैट मशीन का उपयोग–मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री कांता राव

वीवीपैट मशीन का उपयोग–मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री कांता राव

भोपाल : (अरूण राठौर)—— मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में वीवीपैट मशीन का प्रयोग पहली बार किया जायेगा। मतदाता को इसके माध्यम से यह पता लगेगा की उसने जिस प्रत्याशी को वोट दिया है, वह वोट वास्तव में उसी प्रत्याशी को मिला है।

वीवीपैट मशीन में सात सेकण्ड के लिये संबन्धित वोट दिये गये प्रत्याशी का चुनाव चिन्ह अंकित पर्ची में दिखेगा, जो पर्ची बाद में मशीन में ही कटकर गिर जायेगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि जिस प्रत्याशी को वोट दिया गया है, वह उसी को मिला है।

यह बात मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री बी.एल. कांता राव ने स्वीप पार्टनर की बैठक लेते हुए कहीं। बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री संजय यादव तथा श्री लोकेश जाटव और संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री एस.एस बंसल तथा श्री राजेश कौर भी उपस्थित थे।

सीईओ श्री कांता राव ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण करने में स्वीप पार्टनर विभागों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इस बार होने वाले चुनाव में वीवीपैट मशीन के प्रयोग को जनसामान्य में व्यापक रूप से प्रसारित करने की आवश्यकता है।

उन्होंने स्वीप पार्टनर विभागों से वीवीपैट मशीन और मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिये व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार अभियान चलाने और नवाचार भी करने के निर्देश दिये हैं।

बैठक में बताया गया कि विगत लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 2009 की तुलना में 10 प्रतिशत तक बढ़ा था। इस बार महिला मतदाताओं की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।

एक हजार पुरूषों पर 907 महिला मतदाता हैं। विशेषकर 18 वर्ष तक के युवाओं को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिये जागरूकता अभियान चलाये जाने की आवश्यकता हैं। सीईओ श्री राव ने चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाताओं को जागरूक किये जाने की बात कहीं।

बैठक में दूरदर्शन, आकाशवाणी, पोस्ट ऑफिस, दूरसंचार, नेहरू युवा केन्द्र, एनसीसी, स्काउड गाईड, रेडक्रॉस, रेलवे, बैंक, पेट्रोलियम कम्पनी और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। यह सभी स्वीप पार्टनर अपने संस्थान में आने वाले उपभोक्ताओं को वीवीपैट मशीन और मतदान के लिये जागरूक करेंगे। बैठक में वीवीपैट मशीन का संचालन भी करवाया गया।

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