• June 5, 2020

विष्व पर्यावरण दिवस– 9 अगस्त ‘बिहार पृथ्वी दिवस’—ढाई करोड़ से अधिक पौधे एक दिन में लगाने का है लक्ष्य- मुख्यमंत्री

विष्व पर्यावरण दिवस– 9 अगस्त ‘बिहार पृथ्वी दिवस’—ढाई करोड़ से अधिक पौधे एक दिन में लगाने का है लक्ष्य- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने विष्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘कोरोना-मानवता को प्रकृति का संदेष’ विषय पर आयोजित वेबिनार को किया संबोधित

ऽ 9 अगस्त ‘बिहार पृथ्वी दिवस’ के दिन ढाई करोड़ से अधिक पौधे एक दिन में लगाने का है लक्ष्य- मुख्यमंत्री

ऽ सौर ऊर्जा को बढ़ावा दें, सौर ऊर्जा ही अक्षय ऊर्जा है। बिहार में हम सूर्य की उपासना भी करते हैं- मुख्यमंत्री

ऽ अगर हम जागरूक नहीं हांेगे तो किसी न किसी बीमारी की चपेट में आते रहेंगे- मुख्यमंत्री

 5 जून ऐतिहासिक दिन है। विष्व पर्यावरण दिवस के साथ-साथ इस दिन को सम्पूर्ण क्रांति दिवस एवं कबीर जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।

 लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की सम्पूर्ण क्रांति और लोहिया जी की सप्तक्रांति में पर्यावरण का विशेष महत्व है।

 2005 के बाद बिहार में चलाये गये पल्स पोलियो अभियान को श्री बिल गेट्स सहित सभी लोगों ने सराहा था।

 झारखंड से बंटवारे के बाद बिहार का हरित आवरण 9 प्रतिशत रह गया था। वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की स्थापना की गयी और 24 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया जिसमें 22 करोड़ से ज्यादा वृक्षारोपण किया गया। अब राज्य का हरित आवरण 15 प्रतिशत हो गया है और 17 प्रतिशत हरित आवरण प्राप्त करने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है।

 पर्यावरण की बिगड़ती स्थिति पर विचार के लिए 13 जुलाई को 8 घंटे से ज्यादा वक्त तक चली सर्वदलीय बैठक में पर्यावरण संरक्षण एवं भू-जल संरक्षण के लिए जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।

 जल-जीवन-हरियाली अभियान का मतलब है जल और हरियाली के बीच जीवन है, जल और हरियाली है तभी जीवन है। इस अभियान के अंतर्गत 11 सूत्री कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

 जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम की तारीफ श्री बिल गेट्स ने की थी। उन्हें आष्चर्य हुआ था कि बिहार पर्यावरण संरक्षण के प्रति इतना गंभीर है।

 गंगा नदी के पानी को अपलिफ्ट कर राजगीर, बोधगया, गया, नवादा में

स्टोर किया जाएगा और उसे शुद्ध कर पेयजल के रूप में घरों में आपूर्ति की जायेगी।

 मौसम के अनुकूल फसल चक्र अपनाया गया है बिहार के सभी जिलों में इसे अपनाया जा रहा है। फसल अवशेष प्रबंधन के लिए कार्य किये जा रहे हैं। लोगों को फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

 बिहार पृथ्वी दिवस 9 अगस्त के दिन 2 करोड़ 51 लाख पौधें पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं अन्य लोगों की सहभागिता से लगाये जायेंगे।

 बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का लक्ष्य है। तालाब, पोखर के चारों तरफ सघन

वृक्षारोपण कराया जा रहा हैं, साथ ही सड़कों के दोनों तरफ भी कई कतारों में पेड़ लगाये जा रहे हैं।

 1917 में चंपारण सत्याग्रह हुआ था वर्ष 2017 में चंपारण सत्याग्रह के 100वें साल को शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया गया। बापू के विचारों को घर-घर तक पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किये गये। देश के कोने-कोने से आये गांधीवादियों को सम्मानित किया गया था। लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स ने चम्पारण सत्याग्रह केे शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के बापू आपके द्वार कैंपेन को विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज किया है।

 जल-जीवन-हरियाली अभियान के माध्यम से लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है। भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना जरूरी है।

 जेनेटिकली मोडीफाईड क्रॉप को रोकना चाहिए, इसपर विचार किया जाय, इससे भी पर्यावरण को नुकसान होता है।

 आनेवाली पीढ़ियों की रक्षा के लिए हम सभी का बुनियादी दायित्व है कि पर्यावरण की रक्षा करें। हम सब अगर मिलकर चलेंगे तो पर्यावरण संकट में कमी आयेगी।

 कोरोना संक्रमण के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रो में लोग इसके प्रति काफी जागरूक हंै। अगर हम जागरूक नहीं हांेगे तो किसी ना किसी बीमारी की चपेट में आते रहेंगे।

संपर्क
सहायक सूचना निदेश
बिहार सूचना केंद्र नई दिल्ली

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