- April 8, 2017
विश्व स्वास्थ्य दिवस- मनोरोगों के प्रति कलंक की मानसिकता को दूर करना आवश्यक
जयपुर—————– समाज में मनोरोगों के प्रति कलंक, लांछन जैसी संकीर्ण मानसिकता के मिथक को दूर करने के लिए प्रदेश में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित कर सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन शुक्रवार को सांय विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर मानसिक स्वास्थ्य फाउंडेशन द्वारा स्थानीय गौतम इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हैल्थ में आयोजित सेमीनार को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने फेसबुक जैसी सामाजिक बेवसाईट्स पर मानसिक स्वास्थ्य के बारे में आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम सभी जिलों में स्वीकृत कर मानसिक रोगियों की स्क्रीनिंग एवं उनके उपचार व परामर्श सेवाओं उपलब्ध कराने की दिशा में प्रभावी कदम उठाये जा रहे हैं।
मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये वृद्धजन स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम, गैर संचारी रोग कार्यक्रम को सम्मिलित कर स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदढ़ किया जा रहा है। सेमीनार में गौतम इंस्टीटयूट के निदेशक डॉ. शिव गौतम ने श्रीमद् भगवद्गीता में श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिये उपदेशों वर्तमान परिपेक्ष्य में सार्थक बताते हुए कहा कि श्री कृष्ण को सृष्टि के सबसे पहले काउंसलर थे।
उन्होंने संस्था द्वारा संचालित मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। इंस्टीटयूट की डॉ. अनीता गौतम ने महिलाओं व बच्चों में डिप्रेशन, लक्षण एवं इसके उपचार के लिये प्लस थैरेपी के बारे में संभागियों को विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में राजस्थान विश्वविद्यालय सहित विभिन्न निजी शैक्षणिक संस्थानों के काउंसलर, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।