- March 7, 2018
विश्व महिला दिवस–अव्वल ग्राम पंचायतें, महिलाऐं व बेटियां सम्मानित
झज्जर (जनसंपर्क विभाग)———— विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में बुधवार को नेहरू पीजी कॉलेज के सभागार में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए उपायुक्त सोनल गोयल ने लिंगानुपात सुधार कार्यक्रम में अग्रणी भूमिका निभाने वाली ग्राम पंचायतों,महिलाओं, बेटियों और विभागीय कर्मचारियों को सम्मानित किया । कार्यक्रम के शुभारंभ में कालेज परिसर में बेटियों ने बाक्सिंग, रस्साकसी, मटका व आलू रेस में अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
वर्ष 2018 के लिए 950 का लक्ष्य
उपायुक्त सोनल गोयल ने उपस्थित जन को संबोंधित करते हुए कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के आकड़ो की बात करें तो झज्जर जिले को लिंगानुपात के मामले में स्थिति काफी चिंताजनक थी।
वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओं का कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रदेश सरकार ने भी काफी गंभीरता से इस कार्यक्रम को चलाया, आज झज्जर जिले का लिंगानुपात 920 तक पंहुचा हैं। उन्होंने कहा कि झज्जर के लिए वर्ष 2018 के लिए चाइल्ड बर्थ सेक्स रेशो 950 का लक्ष्य रखा गया है।
उन्हे पूरी उम्मीद है कि प्रशासन के साथ-साथ ग्राम पंचायतें, आंगनवाड़ी वर्कर्स, आशा वर्कर्स, सामाजिक संस्थाएं और समाज के प्रबुद्धजन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक टीम के रूप में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम जन अभियान बन चुका है अब इसको सभी मिलकर आंदोलन का रूप दें ताकि 950 ही नहीं बल्कि शत-प्रतिशत का लक्ष्य इसी साल प्राप्त हो सके।
म्हारी लाडो विवरणिका का किया विमोचन
उपायुक्त सोनल गोयल ने कार्यक्रम के दौरान जिला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की उपब्धियों व इससे संबंधित सरकार की ओर से चलाई जा रही कल्याणकारी नीतियों को जन-जन तक पंहुचाने के लिए म्हारी लाडो नामक विवरणिका का विमोचन किया।
म्हारी लाडो विवरणिका में बताया गया है कि झज्जर जिले में लिंगानुपात मे सुधार कै से हुआ और जिले मे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत चल रही योजनाओं का लाभ कैसे पात्र बेटियों, अभिभावकों तक पंहुचाया जा रहा है। जिला में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 19059 खाते अब खुल चुके हैं, वहीं आपकी बेटी हमारी बेटी अभी तक 1893 बेटियों को लाभ दिया गया है।
इस योजना के तहत 24 अगस्त 2015 के बाद परिवार में जन्मी तीसरी बेटी भी लाभ पाने का हकदार होगी।
समाज में महिला एवं पुरूष को मिले बराबरी का दर्जा
उपायुक्त श्रीमती गोयल ने कहा कि जागरूकता का जमाना है और जागरूकता से समाज की सोच भी बदल रही है। पहले समाज पुरूष प्रधान होता था और महिलाओं ने भी इस परिपाटी को स्वीकारा हुआ था। अब समाज की सोच बदल रही है, मानुषी छिल्लर, मनू भाकर और सुनील डबास जैसी हमारी बेटियों ने सिद्ध किया है कि अगर बराबर को अवसर मिले तो बेटियां भी अपने अभिभावक, गांव, जिला,प्रदेश और देश का नाम रोशन करने का हौसला और काबिलियत रखती हैं।
उन्होंने कहा कि बेटियों की सफलता ने महिलाओं में विश्वास का नया जज्बा पैदा किया है। समाज की सोच भी बदली है और अब बेटे और बेटियों को घर व समाज में बराबरी का दर्जा और सम्मान देना ही होगा। उपायुक्त ने बताया कि यूनीसेफ के सहयोग से झज्जर जिले में जागृति कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसका उदेश्य लिंग भेद को खत्म करना है।
शूटर मनु भाकर को दी बधाई और शुभकामनाएं
कार्यक्रम में झज्जर जिला के गांव गोरिया की बेटी मनु भाकर द्वारा मेक्सिको में चल रहे इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईएसएसएफ)वल्र्ड कप में महिला वर्ग के 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा तथा मिक्स इवेंट में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने पर उपायुक्त सोनल गोयल ने जिलावासियों की ओर से बधाई और शुभकामनाएं दी। उपायुक्त ने कहा कि मनु भाकर ने दोहरा स्वर्ण पदक जीतकर झज्जर का नाम विश्व पटल पर रोशन किया है ।
मनु भाकर ने इसी वर्ष ब्यूनस आयर्स में आयोजित होने वाले यूथ ओलंपिक खेलों में अपनी जगह पक्की कर जिले का नाम रोशन किया है।
उपायुक्त ने पांच ग्राम पंचायतों को किया सम्मानित
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं कार्यक्रम के अंतर्गत लिंगानुपात में उल्लेखनीय सुधार करने के लिए जिला की पंाच ग्राम पंचायतों को उपायुक्त सोनल गोयल ने सम्मानित किया। इनमें पाटौदा, बराही, ढाकला, डीघल और भापड़ोदा शामिल हैं। उपायुक्त ने कहा कि लिंगानुपात सुधार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिले के 50 ऐसे गांवों की पहचान की गई है जिनका लिंगानुपात कम है। इन गांवों में विशेष अभियान शुरू किया गया है। जिसमें गर्भवती माता का पंजीकरण करते हुए संस्थागत डिलिवरी करवाना शामिल है।
उन्होंने कहा कि इन गांवों की ग्राम पंचायतों, आंगनवाड़ी व आशा वर्कर्स को भी विशेष रूप से जागरूकता अभियान चलाने के बारे में बताया गया है। वहीं पीएनडीटी व एमटीपी एक्ट को भी प्रभावी ढ़ंग से लागू करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षित पंचायतें लिंगानुपात सुधार में अच्छा सहयोग कर रही हैं।
आत्म निर्भर बनें महिलाएं, 174 महिलाओं को मिली निशुल्क सिलाई मशीन
अनुसूचित जातियों एवं पिछड़े वर्ग कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलाई जा रही सिलाई प्रशिक्षण योजना उपायुक्त सोनल गोयल ने 174 महिलाओं को विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में निशुल्क सिलाई मशीन सौंपी। उपायुक्त श्रीमती गोयल ने सिलाई का प्रशिक्षण पूरा करने पर बधाई देते हुए कहा कि सिलाई का कार्य कर महिलाएं आर्थिक रूप आत्म निर्भर बनें। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर विभिन्न कौशल विकास की योजनाएं शुरू की गई है, जो निशुल्क चलाई जा रही हैं। शिक्षित बेटियों को अपना कौशल निखारकर आत्म निर्भर बनना चाहिए। आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनने पर समाज में सम्मान बढ़ता है।
मटका रेस रेखा व आलू रेस राजबाला ने जीती
विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आयोजित खेल स्पर्धाओं में महिलाओं और बेटियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मटका रेस में रेखा डीघल पहले, अंजु बहादुरगढ़ दूसरे तथा सीमा बहादुरगढ़ तीसरे स्थान पर रहीं।
आलू रेस में राजबाला मातनहेल पहले, नीतू साल्हावास दूसरे, मुकेश झज्जर तीसरे स्थान पर रहीं। रस्साकसी प्रतियोगिता में छारा की बेटियों ने बाजी मारी वहीं प्रारंभ स्कूल की टीम दूसरे स्थान पर रहीं। विजेता खिलाडिय़ों को उपायुक्त ने सम्मानित किया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम को लिंगानुपात कार्यक्रम में सराहनीय कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नेहा गुलिया, इंदिरा, डॉ सरिता और रोकी ने सम्मान ग्रहण किया।
इस अवसर पर एसडीएम बहादुरगढ़ जगनिवास, एसडीएम झज्जर रोहित यादव, एसडीएम बेरी एवं सीटीएम झज्जर अश्विनी कुमार, डीआईपीआरओ नीरज कुमार, जिला खेल अधिकारी सत्यदेव मलिक, डॉ राकेश,सीडीपीओ सुनिता सभ्रवाल, सुरेखा हुड्डा , सुषमा विरमानी, बबीता, भाजपा नेत्री सुनिता चौहान सहित काफी सख्यां महिलाएं और बेटियां उपस्थित रहीं।