विश्व पर्यावरण दिवस : 2 राष्ट्रीय पार्क, 30 वन्य जीव सेंचुरी और 3 कंजरवेशन रिजर्व

विश्व पर्यावरण दिवस : 2 राष्ट्रीय पार्क, 30 वन्य जीव सेंचुरी और 3 कंजरवेशन रिजर्व

हिमाचलप्रदेश —————————   मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार समृद्ध जैव संसाधनों के सरंक्षण के प्रति वचनबद्ध है, जो राज्य की बहुमूल्य निधि व परिसम्पत्ति है और प्रदेश सरकार विकास गतिविधियों के लिए पर्यावरण को होने वाले नुकसान पर कभी समझौता नहीं करेगी।

मुख्यमंत्री इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के सभागार में राज्य विज्ञान, तकनीकी एवं पर्यावरण परिषद द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। इस वर्ष के कार्यक्रम का थीम ‘गो वाईल्ड फॉर लाईफः जीरो टॉलरेंस फॉर द इललीगल वाईल्डलाईफ ट्रेड’ ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस का ‘थीम’ हमें विलुप्ती की कगार पर उन सभी प्रजातियां के सरंक्षण व उन्हें भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखने के प्रति लोगों को सचेत करने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन हमें अपने आप व अन्य को पर्यावरण के महत्व को याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में वन्य जीवों के सरंक्षण के लिए दो राष्ट्रीय पार्कों, तीस वन्य जीव सेंचुरी तथा तीन कंजरवेशन रिजर्व स्थापित किए हैं।

मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने अवैध वन्य प्राणी व्यापार के लिए जीरो टॉलरेंस अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया है ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा सकें। उन्होंने इस गैर कानूनी व्यापार से पर्यावरण, आर्थिकी, समुदाय व सुरक्षा को होने वाले नुकसान को समझने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी आदतों व रूचियों में बदलाव लाना होगा ताकि वन्य जीव उत्पादों की मांग कम हो सके।

उन्होंने कहा कि हालांकि वन्य जीवों के संरक्षण के प्रयासों से कुछ प्रजातियों के सरंक्षण में सफलता मिली है, परन्तु फिर भी बहुत सी प्रजातियां अन्तर्राष्ट्रीय अभियानों के बावजूद विलुप्त होने की कगार पर है। उन्होंने कहा कि वन्य जीव उत्पादों के बढ़ते व्यापार से बहुमूल्य जैव विविधता व प्राकृतिक धराहरों को नुकसान पहुंचा है और बहुत सी प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर आ गई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का किफायती से उपयोग करना चाहिए ताकि इन्हें भविष्य की पीढ़ियों की समृद्धि के लिए सरंक्षित किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने लोगों से पर्यावरण के सरंक्षण के लिए अपनी सेवाएं देने का आहवान किया। उन्होंने इस अवसर पर वन्य जैव संसाधनों के संरक्षण के लिए ‘जियो और जीने दो’ के सिद्धांत संकल्प लेकने पर भी बल दिया। की शपथ दिलाई।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शहर में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए।

इस अवसर पर परिषद के सहयोग से लगभग 40 स्कूलों के 700 विद्यार्थियें द्वारा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए रैली भी निकाली गई।

वन मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी, शिमला नगर निगम के महापौर श्री संजय चौहान, राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री केवल सिंह पठानिया, प्रधान सचिव वन एवं पर्यावरण श्री आर.डी. धीमान, सदस्य सचिव श्री अजय कुमार लाल, संयुक्त सचिव श्री कुनाल सत्यार्थी, विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

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