विवरण छिपाने पर पेनाल्‍टी कार्यवाही शुरू -वित्त मंत्रालय

विवरण छिपाने पर पेनाल्‍टी कार्यवाही शुरू -वित्त मंत्रालय
नई दिल्ली –    आयकर अधिनियम 1961 की धारा 271(1)(सी) के तहत 128 ऐसे मामलों में विवरण छिपाने संबंधी पेनाल्‍टी कार्यवाही शुरू की गई, जिनमें कर निर्धारण पूरा हो चुका है परशेष मामलों में कर निर्धारण का काम अप

फ्रांस के अधिकारियों की ओर से 628 भारतीय लोगों/निकायों के संदर्भ में एचएसबीसी के विदेशी बैंक खातों के बारे में सूचनाएं प्राप्‍त हो चुकी हैं

फ्रांस के अधिकारियों की ओर से 628 भारतीय लोगों/निकायों के संदर्भ में एचएसबीसी के विदेशी बैंक खातों के बारे में सूचनाएं प्राप्‍त हो चुकी हैं। इन 628 व्‍यक्‍तियों में से 200 लोग या तो अनिवासी भारतीय हैं या उनका कोई भी अता-पता नहीं है। इस तरह भारतीय नागरिकों से जुड़े ऐसे 428 मामले सामने आए हैं जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। कार्रवाई योग्‍य इन 428 मामलों में अधिकतम राशि विशुद्ध रूप से तकरीबन 4500 करोड़ रुपए बैठती है।

भारत सरकार ने इन मामलों में कानून के मुताबिक तेजी से कार्रवाई की है। 31 दिसंबर, 2014 तक 128 ऐसे मामलों में कर निर्धारण का काम पूरा हो चुका है, जिनमें 350 आकलन निहित हैं। शेष मामलों में कर निर्धारण का काम अपने अग्रिम चरण में है। सूचना दिए बगैर विदेशी बैंक खातों में राशि जमा करने के चलते तकरीबन 3150 करोड़ रुपए की अघोषित आय पर टैक्‍स देनदारी सुनिश्‍चित की जा चुकी है।

उपर्युक्‍त तकरीबन सभी 128 मामलों में आयकर अधिनियम 1961 की धारा 271(1)(सी) के तहत विवरण छिपाने संबंधी पेनाल्‍टी कार्यवाही शुरू की जा चुकी है।

कर चोरी के प्रयास जानबूझकर करने [एस/276सी(1)] और खाता विवरण एवं दस्‍तावेज इत्‍यादि उपलब्‍ध कराने में विफल रहने [एस/276डी] के मामलों में अब तक 60 अभियोजन शुरू किए जा चुके हैं। वहीं, बड़ी संख्‍या में ऐसे अन्‍य मामलों में अभियोजन से पहले कारण बताओ नोटिस जारी किए जा चुके हैं, जिनमें आगे की कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।

आज की मीडिया रिपोर्टों में 1195 भारतीयों के विदेशी बैंक खातों के बारे में जानकारी दी गई है। एक समाचार पत्र में शीर्ष 100 नाम प्रकाशित किए गए हैं। इनमें से कुछ नामों का जिक्र सरकार के पास उपलब्‍ध सूची में पहले से ही है। कानून के प्रावधानों के मुताबिक, सभी नए मामलों में आवश्‍यक जांच का काम तेजी से शुरू किया जाएगा।

आयकर विभाग उस व्‍यक्‍ति से पहले से ही संपर्क में है जिसने कथित तौर पर उन लोगों के नामों का खुलासा किया है, जिनके अघोषित बैंक खाते एचएसबीसी (स्‍विट्जरलैंड) में हैं। इस व्‍यक्‍ति से उन सूचनाओं को साझा करने का आग्रह किया गया है जो एचएसबीसी (स्‍विट्जरलैंड) और अन्‍य जगहों पर भारतीयों के अघोषित बैंक खातों के बारे में उसके पास उपलब्‍ध हैं। उसके जवाब का इंतजार किया जा रहा है।

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