- July 21, 2015
विभागीय समीक्षा बैठक संपन्न व्यवस्था सुधारें, जनता को राहत दें – गृहमंत्री
जयपुर – गृहमंत्री एवं उदयपुर जिला प्रभारी मंत्री श्री गुलाबचंद कटारिया ने समस्त प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों से आमजन को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से विभागीय व्यवस्थाएं सुधारें।
गृह मंत्री सोमवार को उदयपुर जिला परिषद सभागार में जिले के प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभागीय कार्यों व विकास योजनाओं की सतत मॉनिटरिंग करें तथा बैठक में विभागीय प्रगति की जानकारी देते हुए लगभग इत्यादि शब्दों के स्थान पर तथ्यात्मक व पुष्ट जानकारी प्रस्तुत करें।
जिले के प्रभारी सचिव श्री अशोक सिंघवी, सांसद श्री अर्जुनलाल मीणा, जिला प्रमुख श्री शांतिलाल मेघवाल, उदयपुर (ग्रामीण) विधायक श्री फूलसिंह मीणा, खेरवाड़ा विधायक श्री नानालाल अहारी, सलूंबर विधायक श्री अमृतलाल मीणा, वल्लभनगर विधायक श्री रणधीरसिंह भीण्डर, मावली विधायक श्री दलीचंद डांगी की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक के आरंभ में जिला कलक्टर श्री रोहित गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए जिले की समग्र वैकासिक प्रगति प्रस्तुत की।
आरंभ में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री ने महात्मा गांधी नरेगा तथा अन्य विकास योजनाओं से अधिकाधिक पात्र लोगों को लाभांवित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण की प्रगति की समीक्षा की और कहा कि पानी के बगैर शौचालयों की उपयोगिता नहीं अत: सार्वजनिक शौचालयों में पानी की व्यवस्था हर हाल में हो। इस दौरान जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में 22 ग्राम पंचायतों को खुले में शौचमुक्त घोषित करवाने के लिए प्रयास चल रहे हैं।
सांसद और विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास मद से विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि संबंधित सांसद व विधायकों को वर्ष में 4 बार कार्य प्रगति की सूचना दी जावें तथा निरस्त किए जाने वाले कार्यों की सूचना त्वरित गति से संबंधित को दी जावें। उन्होंने इस दौरान जिला परिषद सीईओ श्री जगमोहनसिंह को निर्देश दिए कि सांसद और विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास मद के कार्यों की समीक्षा संबंधित सांसद व विधायकों की मौजूदगी में पृथक् से की जावें।
बैठक में यूआईटी की समीक्षा करते हुए सचिव श्री रामनिवास मेहता ने विकास कार्यों पर पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण देते हुए मुख्यमंत्री घोषणा कार्यों की प्रगति के साथ-साथ ड्राईविंग ट्रेक, कन्वेंशन हॉल, आयड़ नदी सौंदर्यीकरण व पौधरोपण कार्य की प्रगति के बारे में भी बताया। इस दौरान जिला कलक्टर ने झीलों की डिसील्टिंग की आवश्यकता प्रतिपादित की तो प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रतिवर्ष झील में पानी कम होने पर जितना भाग खाली हो वहां की डिसील्टिंग करा दी जावे।
इस दौरान जलदाय विभाग की पेयजल योजनाओं की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री ने शहरी व ग्रामीण पेयजल योजनाओं से पेयजल वितरण की स्थिति की जानकारी ली तथा विधायकों द्वारा सरेड़ा व कैलाशपुरी की लंबित पेयजल के बारे में बताया तो इसके प्रति नाराजगी जताते हुए इसमें त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए। इस दौरान सांसद श्री अर्जुनलाल मीणा ने फ्लोराईडयुक्त पेयजल की समस्या के निवारण के लिए प्रयास करने की बात कही।
बिजली विभाग की समीक्षा में प्रभारी मंत्री ने ढीले तारों को दुरस्त करने, कूप ऊर्जीकरण तथा सड़क के बीच में स्थित पोल को शिफ्ट करने में शिथिलता पर अधिकारियों से जानकारी लेकर कार्यवाही करने को कहा वहीं पीडल्ब्यूडी व आरएसडीसी अधिकारियों को खरका पुल के बाईपास निर्माण व बाधित ट्रेफिक पर कार्यवाही के लिए निर्देश दिए।
बैठक में प्रभारी मंत्री ने जल संसाधन विभाग सहित अन्य विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए महवपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। बैठक में जिला आबकारी अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर जिला कलक्टर ने नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
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