- November 5, 2016
विभागीय बैठक में नोटिस के संदेश- सेवाओं पर जटिलता बर्दाश्त नहीं:- बिढ़ाण
झज्जर, 5 नवंबर। ड्राईविंग लाइसेंस एवं वाहन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में पूरी तरह से पारदर्शिता हो इसके लिए औपचारिकताओं के लिए जरूरी फार्म एवं कागजात अब ई-दिशा केंद्र में ही उपलब्ध कराए जाएं। यह निर्देश उपायुक्त आर.सी. बिढ़ाण ने रविवार को एस.डी.एम तथा ई-दिशा केंद्र पर कार्यरत कर्मचारियों को दिए।
लोगों के लिए ड्राईविंग लाइसेंस, वाहन रजिस्ट्रेशन सहित अन्य ई-सेवाओं को और अधिक सरल एवं सुचारू बनाने की बात भी उपायुक्त ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को कही। उन्होंने कहा कि ड्राईविंग लाइसेंस के लिए जरूरी ड्राईविंग टेस्ट के लिए वीडियोग्राफी भी कराई जाए ताकि किसी तरह की कहीं गड़बड़ न हो।
उन्होंने लाइसेंस जारी करने के लिए एकल खिड़कियों पर बैठने वाले कर्मियों को भी निर्देश दिए कि लाइसेंस की प्रक्रिया में जानबूझ कर जटिलता पैदा करने की किसी भी कर्मचारी की शिकायत आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा टोकन सिस्टम के साथ इन सेवाओं के लिए ई-अपोइंटमेंट सिस्टम को भी विकसित किया जाए। उपायुक्त नेे कहा कि जिले के सभी गांवों में सी.एस.सी. सेंटर भी खोले जाएं ताकि लोगों को जरूरी सेवाओं का लाभ और भी अधिक तत्परता से मिल सके।
***जिसका काम ठीक नहीं उसे नोटिस थमाने के निर्देश:***उपायुक्त ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के अंतर्गत जिला टास्क फोर्स की मीटिंग में कहा कि बेशक पिछले कुछ समय में जिले में लिंगानुपात की स्थिति में सुधार आया है लेकिन अभी भी इस दिशा में बड़े सुधार की गुंजाइश है।
उन्होंने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि जिस आंगनवाड़ी वर्कर का काम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में उल्लेखनीय है उन्हें प्रशंसापत्र दिया जाए इसके विपरित जिस वर्कर का काम ठीक नहीं है उसे कारण बताओं नोटिस जारी किया जाए। पी.जी.आई.एम.एस. रोहतक की चिकित्सक की टीम की ओर से पिछले तीन दिनों में आंगनवाड़ी केंद्रों एवं स्वास्थ्य केंद्रों की रिपोर्ट पर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश उपायुक्त ने दिए।
उन्होंने कहा कि इस बात को हर हाल में सुनिश्चत किया जाए कि नौनिहालों को परोसे जाने वाले खाने की गुणवत्ता में किसी तरह का समझौता न हो। इससे पूर्व उपायुक्त ने जिले में चल रहे कै्रच स्कूल के मुखियाओं की बैठक भी ली। उन्होंने कहा कि निजी क्रैच के माध्यम से जिले की 25 आंगनवाड़ी वर्कर को ट्रेनिंग दिलवाई जाएगी ताकि निजी क्षेत्र की बेहतरता आंगनवाड़ी केंद्रों पर भी आ सके। ट्रेनर आंगनवाड़ी वर्कर दूसरी आंगनवाड़ी वर्कर को ट्रेड करेंगी।
***24 घंटे बिजली के लिए सोलर सिस्टम के लिए भी संभावना तलाशें***बिजली की 24 घंटे बिजली की आपूर्ति के लिए उपायुक्त ने म्हारा गांव-जगमग गांव योजना की जिले में स्थिति की समीक्षा करते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस योजना के अंतर्गत अधिकतम गांवों को जोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि निर्बाध रूप से बिजली उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना है इस योजना का लाभ हर गांव के लोगों को समझाया जाए तो कोई कारण नहीं कि कोई भी गांव इस योजना में शामिल होने से मुंह मोड़े। उन्होंने कहा कि विभाग की अधिकारियों की तरह से इस दिशा में किसी तरह का अवरोध पैदा किया जाता है इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रयोग के तौर पर जिले के एक-दो गांवों में सोलर आधारित बिजली आपूर्ति सिस्टम विकसित करने की संभावनाओं को भी तलाशा जाए ताकि सस्ती एवं अधितमक बिजली मुहैया कराई जा सके। उन्होंने कहा यह सिस्टम सफल रहा तो इसे विस्तृत रूप से भी लागू किया जाए सकता है। इस मौके पर एस.डी.एम प्रदीप कौशिक, सीटीएम विजय सिंह, डीडीपीओ विशाल कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सतबीर सिंह, वेदपाल दौलता, एस.ई. एस.के. चावला, डी.आई.पी.आर.ओ. नीरज कुमार व सी.एम.जी.जी.ए. डा. अनिता सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।