- November 25, 2015
विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की समीक्षा बैठक
जयपुर – राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की समीक्षा बैठक आज मंगलवार को गृहमंत्री श्री गुलाब चन्द कटारिया की अध्यक्षता में सचिवालय में आयोजित की गई।
गृहमंत्री श्री कटारिया ने बैठक मे वर्ष 2014 से लम्बित प्रकरणों का निस्तारण मार्च 2016 तक करना सुनिश्चित करने एवं सभी प्रकरणों की प्राथमिकता से जांच करवाने के लिये विशेषज्ञों को पाबंन्द करने के निर्देश दिये ताकि कोई प्रकरण लम्बित नही रहे।
श्री कटारिया ने प्रयोगशाला में विभिन्न पदो पर चल रहे वरिष्ठता संबंधी विवादो के निपटारे के लिये एवं प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों द्वारा किये जा रहे परीक्षण कार्य के “वर्किग नोर्म्स” को पुन: निर्धारण करने के लिये एक समिती का गठन करने की बात कही। इस में एफएसएल के निदेशक एवं संयुक्त सचिव मिलकर इस बाबत प्रस्ताव तैयार करेें एवं इस सम्बन्ध में अन्य राज्यो के प्रयोगशाला वैज्ञानिकों के वरिष्ठता संबन्धी विवादो का अध्ययन करें।
श्री कटारिया ने पोलीग्राफ मशीन के सुचारू संचालन हेतु राजस्थान विश्वविद्यालय एवं एसएमएस चिकित्सालय के विशेषज्ञों की सेवाएं लेने व प्रयोगशालाओं में रिक्त पड़े पदों को भरने के निर्देश दिये।
अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, श्री ए. मुखोपाध्याय ने कहा कि कोई प्रकरण लम्बित ना रहे इसके लिये यथा संभव अन्यं राज्यों की प्रयोगशालाओं से सम्पर्क स्थापित कर प्रकरणों की जांच वहां से भी करवाई जा सकती है इसके लिये उन राज्यों की प्रयोगशालाओं से पत्र व्यवहार करें।
गृह सचिव श्री संदीप वर्मा ने कहा की लम्बित प्रकरणों को लक्ष्य बनाकर उनका निस्तारण किया जा सकता है।
निदेशक एफएसएल डॉ. हेमन्त पुरोहित ने विभाग द्वारा अब तक की प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लम्बित प्रकरणों के निस्तारण हेतु एक सहायक निदेशक की टीम को क्षेत्रिय विधी विज्ञान प्रयोगशाला कोटा में लगाया जा चुका है। उन्होने बताया की प्रयोगशाला में कर्मचारियों की रिव्यू डीपीसी नियमित रूप से की जा रही है। नवनिर्मित प्रशिक्षण सेन्टर में 30 नवम्बर से प्रयोगशाला के मोबाईल यूनिट में पदस्थापित स्टाफ का 5 दिवसीय कोर्स आयोजित किया जा रहा है।