- December 11, 2015
विद्यार्थियों की आत्महत्याओं पर प्रशासन गंभीर
जयपुर – कोटा में कोचिंग विद्यार्थियों की आत्महत्याओं की घटनाओं के विषय में जिला प्रशासन गंभीर है और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोचिंग संस्थाओं एवं हॉस्टल संचालकों के साथ इसी माह बैठक करेगा। इस बैठक में अक्टूबर माह में हुई बैठक में दिये गये निर्देशों की पालना और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अपेक्षित कार्यवाही पर चर्चा होगी।
अक्टूबर माह में हुई बैठक में आये सुझावों के आधार पर कोचिंग संस्थानों को प्रोफेशनल परामर्शदाताओं के माध्यम से विद्यार्थियों और अभिभावकों की काउन्सलिंग करने तथा स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद कोचिंग के लिए प्रवेश देने के निर्देश दिए गए थे।
कोचिंग संस्थानों को बैच में विद्यार्थियों की संख्या सीमित रखने, शिक्षक और विद्यार्थियों के समुचित अनुपात और जरूरतमंद विद्यार्थियों को अधिक समय उपलब्ध कराने जैसे कदम उठाने को कहा गया था। जिला प्रशासन ने सप्ताह में एक दिन कोचिंग से अवकाश रखने एवं विद्यार्थियों को तनाव मुक्त रखने के लिए ध्यान एवं योगा क्लासेज तथा विशेषज्ञों की सेवाएं लेने जैसे उपाय करने के भी निर्देश दिए थे।
हॉस्टल संचालकों को विद्यार्थियों के आवास एवं भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा गया था। किसी कारणवश कोचिंग का कोर्स बीच में छोडऩे की स्थिति में कोचिंग संस्थान और हॉस्टल संचालक से आनुपातिक आधार पर कटौती कर फीस रिफण्ड करने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए थे।
इस बैठक में छात्र-छात्राओं के अभिभावक, सिविल सोसायटी, प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी, शिक्षाविद, न्यायिक अधिकारी, चिकित्सक शामिल थे।