- May 8, 2020
विदेश में रह रहें 2,075 लोग बिहार आने के लिये रजिस्टर्ड
पटना— मुख्यमंत्रीश्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव,सूचना एवं जन-सम्पर्कश्री अनुपम कुमार,सचिव परिवहन श्री संजय अग्रवाल,अपर पुलिस महानिदेशक,पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार तथा सचिव स्वास्थ्य श्री लोकेश कुमार सिंह ने कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति तथा लॉकडाउ से उत्पन्न हालात के बाद सरकारद्वारा किये जा रहे कार्यां के संबंध में मीडियाकर्मियों को जानकारी दी।
परिवहन सचिव श्री संजय अग्रवाल ने बताया कि कल तक 65 हजार यात्रियों को लेकर 53 ट्रेनें बिहार पहुंची हैं, जहां से उन्हें संबंधित जिलों एवं प्रखंडों में पहुंचाया गया है। आज 17 ट्रेनों 20,270 यात्रियों को लेकर बिहार पहुंच रही हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देषानुसार सभी राज्यों से बेहतर समन्वय बनाये रखने के लिए मुख्य सचिव तथा प्रधान सचिव आपदा सभी राज्यांे से निरंतर सम्पर्क में हैं। उन्हांने कहा कि बिहार सरकार के विशेष अनुरोध पर केन्द् सरकार ने कोटा से छात्रों को लाने की अनुमति प्रदान की। राज्य सरकार के लगातार प्रयास सेलॉकडाउन में अब तक कोटा (राजस्थान) में फॅसे 13,473 छात्र-छात्राएँ 11 स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से बिहार सकुशल लौट चुकी है।
कोटा स्पेशल ट्रेन से आए स्टूडेंट्स को रेलवे स्टेशनों के समीप ही संबंधित जिला मुख्यालयांे बसों की व्यवस्था की गई। रेलवे स्टेशनों पर प्रशिक्षित चिकित्सकांे तक पहुॅचाने के लिये निःषुल्क जिलावार द्वारा मेडिकल स्क्रीनिंग एवं अन्य जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद छात्रांे को बसों से संबंधित जिलों में भेजा गया। छात्रों को जिला मुख्यालय से प्रखंड मुख्यालय/थाना क्षत्रे में भजे ा या जहाँ से विधिवत उन्हें भावत को सुपुर्द किया गया।
कोटे से आए छात्र-छात्राओं को घर भेजने के लिए बिहार के विभिन्न10 स्टेशनों दानापुर जंक्शन, दरभंगा जंक्शन,बरौनी जंक्शन,गया जंक्शन, कटिहार जंक्शन, आरा, सहरसा, बिहारशरीफ, मोतिहारी एवं मुजफ्फरपुर जंक्शन स 725 बसांे का परिचालन किया गया। उन्हांने कहा कि कोटा जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में बताया गया था कि कोटा में करीब 11,800 स्टूडेंट्स हैं।
कोटा से आए सभी स्टूडेंट्स को 21 दिनांेके लिए होम क्वारंटाइन किया गया है। कोटा से बिहार पहुँचे छात्र-छात्राओं तथा उनके अभिभावकों ने राज्य सरकार द्वारा ट्रने के माध्यम से बच्चों को लाने की पहल का स्वागत किया है।
सचिव परिवहन ने बताया कि लॉकडाउन की अवधि में कोटा से बिहार आए छात्र-छात्राओं के ल किराये का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया गया। रेलवे किराये के रूप में 11 ट्रेनों के लिए कुल 78 लाख 43 हजार रुपये का अग्रिम भुगतान किया गया है।
कोटा स्पेशल ट्रेनों से आने वाले छात्रांेमें पटना जिले के 1250, नालंदा के 952, पष्चिम चम्पारण के 750, दरभगंा एवं मधुबनी के 600-600, मधेपुरा के 572, गया के 553, सहरसा के 511, सुपौल के 527, रोहतास के 553,मुजफ्फरपुर के 474, नवादा के 409, पूि र्णयां के 375, सीतामढ़ी के 341 एवं भागलपुर क 348 छात्र-छात्राएँ शामिल हैं।
कोटा से आए छात्र-छात्राओं को लगेज के लिए कुली एवं ट्राली के साथ ही उनके लिये लंच पैकेट एवं स्नैक्स की व्यवस्था की गयी थी। स्टेशनों पर डी0एम0 और एस0पी0 की मौजूदगी में पूरी व्यवस्था की मॉनिटरिंग के अलावा बसांे को सैनिटाइज करने के बाद छात्रांे को भेजा गया। रेल परिचालन की पहल पर छात्राओं ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए रेल परिचालन के निर्णय का स्वागत किया।
कोटा से बिहार आये स्टूडेंट्स में लड़कों से अधिक लड़कियों की संख् थी। छात्राओं ने बताया कि बस से कोटा से बिहार आना काफी कष्टदायक होता। लंबे सफर के लिए बसें उपयुक्त नहीं थीं। बस में सफर के दौरान कई तरह की परशेनियों का सामना करना पड़ता। मुख्यमंत्री द्वारा ट्रनेचलाने का निर्णय लिया जाना सबसे श्रेष्यकर एवं सुरक्षित है। इससे हम कम समय में और सुरक्षित माहौल में अपने घरों तक पहुँच सके।
परिवहन सचिव ने बताया कि लॉकडाउन में फंसे 1,246 छात्र-छात्राओं को लेकर आज कोटा से आखिरी ट्रेन आरा स्टश्ेान पहंचुेगी। कल 24 ट्रेनों से बड़ी संख्या में श्रमिक बिहार पहंचुे थे,जिन्हें प्रखडं क्वारटाईन सेंटर तक पहुंचाने के लिए 2,200 बसों का परिचालन किया गया। इंटर स्टेट लेबर और इंटर स्टेट स्टूडेंट्स के मूवमेंट के लिए बेहतर व्यवस्था की गयी है ताकि उन्हंे परेशानी नहीं हो सके। किसी प्रकार की
सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री के स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं।
मुख्य सचिव के स्तर पर भी समीक्षा की गयी। लॉकडाउन के दौरान राजेगार सृजन पर विशष्े जोर देने के साथ साथ प्रखडं एवं पचंायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर को अपग्रेड कर व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। जिलों में टेस्टिंग फैसिलिटी की सुविधा देने, क्वालिटी मेनटेन करने एवं रैंडम टेस्टिंग करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है ताकि लोगों का विश्वास बढ़े। राजेगार सृजन के लिये मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागांेको एडवांस तैयारी करने का निर्देष दिया है और इसके लिये स्किल सर्वे कराया जा रहा है ताकि क्वारंटाइन अवधि समाप्त होने के बाद श्रमिकों को उनकी क्षमता के अनुसार राजेगार मुहैया कराया जा सके।
सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि अब तक 1 करोंड 42 लाख 60 हजार मानव दिवस सृजित किये गये हैं। फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में असमय वर्षापात और ओलावृष्टि के कारण फसल क्षति के लिए कृषि इनपुट अनुदान के रूप में 630 करोड़ की राशि स्वीकृत की गयी है, जिसमें 3 लाख 8 हजार किसानों के खाते में 110 करोड़ रूपये की राशि अंतरित भी कर दी गयी है और शेष किसानों के खाते में राशि यथाशीघ्र अंतरित कर दी जायेगी।
सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि 1 करोड़ 23 लाख राशन कार्डधारी परिवारों के खाते में एक हजार रूपये की राशि अंतरित कर दी गयी है, शेष राशन कार्डधारी परिवारों के खाते में भी शीघ्र ही राशि अंतरित कर दी जायेगी। श्री अनुपम कुमार ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग के परिवहन नोडल पदाधिकारी से अभी तक प्राप्त सूचना के अनुसार आज बिहार आने वाली ट्रेनांे की संख्या 17 है जिसके माध्यम से 20 हजार 629 लोग आ रहे हैं। कल आने वाली प्रस्तावित ट्रेनों की संख्या 15 है जिससे 18 हजार 115 लोग आयेंगे। 1 से 7 मई तक 53 ट्रेनें बिहार आ चुकी है जिससे 62 हजार 274 लोग बिहार आ चुके हैं। बिहार के विभिन्न शहरों में जो लोग फंसे हुए हैं उनके लिए जिलाधिकारी के स्तर से पास निर्गत किये जा रहे हंै।
जिलाधिकारी के यहाँ आवेदन प्राप्त होने पर नियम संगत कार्रवाई की जा रही है। विदेश मंत्रालय ने बिहार सरकार को जानकारी दी है कि विदेषों में रह रहे बिहार के 2,075 लोगों ने विभिन्न भारतीय मिषन में रजिस्टेªषन कराया है,जिनमें जिनमें यूक्रेन से 632, बांग्लादेश से 480, ओमन से 360 एवं अन्य देशों से प्रवासी भारतीय भी शामिल हैं। इनके आने की कन्फर्म सूचना प्राप्त हानेे पर बताया जायेंगे ।
ये लोग गया लाये जायेंगे, जिनके लिए गया में ही क्वारंटाइन की व्यवस्था की गयी है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिये कई कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत केन्द्रों की संख्या 180 हो गयी है, जिन पर 69,300 लोग लाभान्वित हो रहे हैं। अब स्कूल (पंचायत) स्तर पर 988 क्वारटंइ केन्द्र कार्यरत हैं, जिसमें 8,800 से ज्यादा लोग रह रहे हैं। क्वारटंइन केन्द्रों पर सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्र की संख्या अभी 3,314 है जिसमें 44,869 लोग आवासित हैं। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार के लोग जो बाहर फॅसे हुये हैं,वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय,आपदा प्रबध्ंन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे हैं।
प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोग से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारांे तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समस्या का समाधान किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 81 हजार कॉल/मैसेज प्राप्त हुये हैं। इनमें 18 लाख से ज्यादा लोग सम्मिलित हैं। उनसे फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहा के बाहर अन्य राज्यों में फॅसे हुये हैं,उन्हें प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की राशि मुख्यमंत्री विशष्े सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबध्न विभाग के माध्यम से दी जा रही है। अब तक राज्य के बाहर रह रहे बिहार के लोगों के जितने आवदेन आये हैं, उनमें से वैध पाये गये 19 लाख 51 हजार आवदेकों के खाते में राशि अंतरित की गयी है।
शेष आवेदनांेकी जांच के उपरांत शीघ्र ही संबंधित लोगों के खाते में राशि अंतरित कर दी जायेगी।स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्रीलोकेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के17 पॉजिटिव मामले आये हैं और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 564 हो गयी है।
24 घंटे में 49 लागे स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं,जिनमे मुंगेर के 4,रोहता के 12, बक्सर के 26 नालंदा के5 और पटना के 2 लोग है। अब तक कुल 267लोग स्वस्थ हुये हैं। राज्य में अब तक जितने कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाये गये हैं,उनमें ठीक होने वाले 47 प्रतिशत हैं। कोरानेा संक्रमणसे प्रभावित जिलों की सूची में पिछले 24 घंटे में तीन नये जिले किशनगंज,सुपौल और सहरसा शामिल हुए हैं।
इस प्रकार अब तक बिहार के 38 जिलों में से 35 जिले कोविड 19 की चपेट में आ चुके हैं,जबकि आज मधेपुरा, गया और वैशाली जिले में कोविड-19 के एक भी एक्टिव केस नहीं है। अब तक कुल 30,320 सैंपल्स की जाचं की जा चुकी है। कारेोना की जाचं के लिये 7 लैब काम कर रही हैं और इससे जांच में तेजी आयी है।
सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य के तीन अस्पतालों- एन0एम0सी0एच0 पटना,ए0एन0एम0सी0एच0 गया,भागलपुर केजवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महा विद्यालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। विभिन्न जिलों में कोविड केयर सेंटर मंे भी आइसालेशन वार्ड की संख्या बढ़ायी गयी है। कोरोना प्रभावित जिलों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग करायी जा रही है।
अब तक निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कुल 1 करोड़ 86 लाख 19 हजार घरों का सर्वेक्षण कराया जा चुका है, जिससे 10 करोड़ 34 लाख 14 हजार लोगों की स्क्रीनिंग हुयी है तथा उनमें से 3,850 लोगों में सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाये गये हैंलेकिन यह आवश्यक नहीं कि वे कोरोना संक्रमित हों। इन पर प्राटेकॉल के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।
उन्हांने कहा कि परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है। सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि जो भी बाहर से आये हैं उनकी सतत निगरानी की जा रही है, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है और हेल्थ रिपोर्ट भी ली जा रही है।
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार ने बताया कि लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। अब तक कुल 1,915 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 1,953 लोग की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 63,977 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 13 करोड 99 लाख रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है।
पिछले 24 घटें में अवरोध पैदा करने के कारण 17 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 39 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं 1,175 वाहन जब्त किये गये हैं और 27 लाख 77 हजार 800 रूपये जुर्माना वसूला गया है। काेि वड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और लॉकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।
–