विदेशी निवेश का मध्यप्रदेश में स्वागत

विदेशी निवेश का मध्यप्रदेश में स्वागत

भोपाल (के.के. जोशी/आनंद मोहन गुप्ता)————-मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुंबई में रूस कॉन्सल जनरल श्री आन्द्रेई जिल्टसोव, सिंगापुर के श्री अजित सिंह, इजराइल के श्री डेविड अकोव, तुर्की के श्री एर्डल साबरी एर्गेन, जापान के कार्यकारी कॉन्सल जनरल वाई. कावटा, जर्मनी के डेपुटी कॉन्सल जनरल श्री गैब्रिएले बोनर, ऑस्ट्रेलिया के सीनियर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट कमिश्नर श्री जॉन मैड्यू और यूके ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट के सेक्रेटरी श्री हेडेन स्पाइसर से भेंटकर निवेश संबंधी विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भेंट और चर्चा काफी सकारात्मक रही, जिसका सुपरिणाम प्रदेश को आने वाले समय में विकास और रोजगार के बड़े अवसर के रूप में प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री ने सभी वाणिज्यिक प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने देश के व्यापार का मध्यप्रदेश में विस्तार करने की सोंचे, जहाँ पर बिजली, पानी प्रचुर मात्रा में है। सड़कों तथा उद्योगों के लिये आवश्यक श्रमिक तथा योग्य वातावरण भी है।

इजराईल के श्री डेविट अकोव ने मध्यप्रदेश के इस प्रयत्न का स्वागत करते हुए कहा कि हम मुख्यत: चार क्षेत्र में मध्यप्रदेश के साथ भागीदारी कर सकते हैं, जो कृषि, जल तकनीकी, शिक्षा तथा सैन्यास्त्र हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश के कृषि व शिक्षा के क्षेत्रों में किये गये प्रयासों की भी प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में इजराइल ने बहुत प्रगति की है, अत: हम भी उससे कुछ नया सीख सकेंगे। उन्होंने शिक्षा तथा सैन्य शस्त्र के क्षेत्र में संयुक्त भागीदारी पर सहमति जतायी।

जर्मनी की सुश्री गेब्रियल बोनर ने कहा कि वे निर्माण, अधोसंरचना तथा कौशल विकास के लिये संयुक्त रूप से कार्य करना चाहेगी। उन्होंने कहा कि जर्मनी मध्यप्रदेश के साथ अपने पुराने संबंधों को देखते हुए भागीदारी में कार्य करना पसंद करेगा।

मुख्यमंत्री ने उन्हें याद दिलाया कि मध्यप्रदेश में जर्मनी के पूर्व में किये गये निवेश सफल रहे हैं। हम चाहते हैं कि इंदौर के पास पीथमपुर के ऑटो पार्क में जर्मनी ऑटोमोबाइल क्षेत्र में निवेश करें, तो उचित होगा। उन्होंने इंदौर के इण्डो-जर्मन टूल्स रूम की प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की।

रूस के श्री आन्द्रेई जिल्टसोव ने कहा कि वे मध्यप्रदेश के बारे में अधिक जानकारी पाने के उत्सुक है। मुख्यमंत्री ने उन्हें आवश्वत किया कि उन्हें मध्यप्रदेश के विभिन्न पहलुओं की समस्त जानकारी भेजी जायेंगी। पर्यटन क्षेत्र में रूस का सहयोग लेने का प्रयास किया जायेगा।

तुर्की के श्री एर्डल साबरी एर्गेन ने कृषि, निर्माण कार्य, फर्नीचर तथा पर्यटन क्षेत्र में रूचि व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि मध्यप्रदेश में प्रस्तावित मेट्रो, सड़क-महामार्ग तथा गृह निर्माण योजनाओं से तुर्की को जोड़ा जा सकता है।

आस्ट्रेलिया तथा जापान के प्रतिनिधियों ने भी शिक्षा, बायो-टेक्नोलॉजी तथा गृह निर्माण के क्षेत्र में अपनी रूचि दर्शायी। मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश पूर्व से जापान की जेट्रो के साथ परस्पर सहयोग में है तथा भावी योजनाएँ भी बनाई जा रही हैं।

सिंगापुर के श्री अजित सिंह ने कहा कि उनका मध्यप्रदेश के साथ व्यक्तिगत अनुभव बहुत अच्छा है। वे भविष्य में भी इस संयुक्त कार्य को और विकसित करना चाहेंगे।

चर्चा के अंत में मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिनिधियों का आभार माना। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी देशों के प्रतिनिधियों को आपस में विचारों तथा संभावनाओं का आदान-प्रदान करना चाहिये। इसके लिये यदि आवश्यक हुआ तो मध्यप्रदेश के प्रतिनिधि-मंडल को भेजा जायेगा। प्रतिनिधि देशों से यदि कोई मध्यप्रदेश आना चाहे तो स्वागत है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदेशी वाणिज्यिक प्रतिनिधियों को नमामि देवि नर्मदा यात्रा की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में नर्मदा नदी 1100 किलोमीटर बहती है। नदी के संरक्षण के लिये मध्यप्रदेश शासन कृत संकल्प है। इसी उद्देश्य से नमामि देवि नर्मदा सेवा यात्रा 11 दिसम्बर 2016 से आरंभ की गई है।

यात्रा के जरिये नर्मदा नदी के दोनों तटों पर न केवल वृक्षारोपण कर पर्यावरण को बचाया जा रहा है अपितु कारखानों के मलिन जल को भी नदी मिलने से रोका जा रहा है। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को यात्रा में 11 मई तक आने का निमंत्रण दिया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ प्रमुख सचिव जनसंपर्क श्री एस.के. मिश्रा, प्रमुख सचिव उद्योग श्री मोहम्मद सुलेमान, जनसंपर्क आयुक्त श्री अनुपम राजन तथा एमपीएसआयडीपी के प्रबंध संचालक श्री डी.पी. आहूजा उपस्थित थे।

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