- December 24, 2014
वरिष्ठ नागरिकों के प्रति किए गए अपराधों के आकड़ों का संग्रहण – राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरों
जयपुर- चित्तौडग़ढ़ के सांसद श्री चन्द्र प्रकाश जोशी ने लोकसभा में अतरांकित सवाल के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया।
श्री जोशी द्वारा उठाए गए सवाल के लिखित जवाब में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री हरिभाई परथीभाई चौधरी ने बताया कि जनवरी 2014 से राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरों (एन.सी.आर.बी.) ने वरिष्ठ नागरिकों के प्रति किए गए अपराधों के आंकड़ों का पृथक रूप से संग्रहण करना शुरू किया है। इससे पूर्व एन.सी.आर.बी. कुछ श्रेणी के अपराधों के लिए 50 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों के प्रति अपराधों पर आंकड़े एकत्रित करता था।
श्री चौधरी ने बताया कि गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों/संघ राज्य, क्षेत्रों को दो विस्तृत परामर्श पत्र जारी किए है। जिनमें वरिष्ठ नागरिकों की पहचान, बुजर्गों की रक्षा और सुरक्षा के संबंध में पुलिस कर्मियों को सुग्राही बनाना, बीट स्टाफ का नियमित दौरा, टोल फ्री वरिष्ठ नागरिक हैल्पलाइन स्थापित करना, वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा प्रकोष्ठ स्थापित करना, घरेलू नौकरों, ड्राइवरों आदि का सत्यापन जैसी पहलों के माध्यम से बुजर्गो के प्रति सभी प्रकार की उपेक्षा, दुव्र्यवहार और हिंसा को समाप्त करने और उनकी रक्षा तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत उपाय करने की सलाह दी गई है।
श्री चौधरी ने बताया कि भारत सरकार के बुजर्ग पेंशनरों को खुद को जिंदा साबित करने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने से बचाने के लिए आधार कार्ड से जुड़ी ÓÓडिजिटल जीवन प्रमाण योजनाÓÓ लॉच की है। इस योजना की शुरूआत से वरिष्ठ नागरिकों को बढ़ी राहत मिली है क्योंकि उन्हें पेंशन लगातार पाने के लिए हर साल लाइफ सर्टिफिकेट पेश करना पड़ता है।
—