- August 16, 2020
लोजपा फुटप्रिंट नहीं बीजेपी चक्रव्यूह में — शैलेश कुमार
जेडीयू का विकल्प ??
15 वर्षों में लोजपा विपक्षी धर्म गठबंधन निभाता तो शायद बिहार की स्थिति इतनी भयानक न होता और लोजपा एक मजबूत पार्टी और विकल्प होता।
गठबंधन का यह अर्थ नहीं होता की सिर्फ सत्ता सुख का आनंद लें।
आज बिहार विकल्प हीन क्यों है।
सिर्फ भाजपा और लोजपा के कारण।
सत्ता को मजबूती देते हुए जनता की मांग और विकास को सत्ता से ऊपर रखना।
बिहार में ऐसा नहीं हुआ जिसके कारण सभी हतप्रभ है साथ ही कोरो ना ने सभी का भंडाफोड़ दिया है।
भाजपा का वर्चुअल रैली आकाश में तारे गिनने का सपना देखना है।
आज की स्थित यह है नीतीश कुमार ही बिहार का विकल्प।
आज की स्थिति में लोजपा 10 भी सीट लाए तो जनता की सोच में बदलाव होगा न कि लोजपा की फुट प्रिंट।
यही स्थिति भाजपा की है। आने वाले समय में को दुर्गति कांग्रेस और राजद ने भाकपा को की वहीं स्थिति बिहार में जनता। दल (नीतीश) भाजपा को कर देगी।
बीजेपी को जो भी सीट मिल रहा है वह शीर्ष नेतृत्व दिल्ली अर्थात मोदी जी के कारण।
बिहार का शीर्ष नेतृत्व अभिमन्यु के चक्र व्यूह में फंसा हुआ है जहां से निकलने का रास्ता नहीं है।