• September 27, 2018

लोकसभा और राज्‍य विधानसभा चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट की 100 % तैनाती के लिये प्रतिबद्ध–निर्वाचन आयोग

लोकसभा और राज्‍य विधानसभा चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर  वीवीपैट की 100 % तैनाती के लिये प्रतिबद्ध–निर्वाचन आयोग

पीआईबी ————– निर्वाचन आयोग 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए वीवीपैट की आपूर्ति को लेकर किसी निराधार शंका को कम करना चाहता है। निर्वाचन आयोग लोकसभा और राज्‍य विधानसभा के चुनाव और उप चुनाव के लिए भविष्‍य में सभी मतदान केन्‍द्रों पर वीवीपैट की 100 फीसदी तैनाती को लेकर प्रतिबद्ध है।

2019 में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सभी मतदान केन्‍द्रों पर वीवीपैट की 100 फीसदी जरूरतें पूरी करने के लिए निर्वाचन आयोग ने भारत इलेक्‍ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), बैंगलोर और इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआईएल), हैदराबाद को 17.45 लाख वीवीपैट के लिए आदेश जारी किया है।

अब तक दोनों कंपनियां 9.45 लाख वीवीपैट का निर्माण कर चुकी हैं। दोनों कंपनियों ने निर्वाचन आयोग को आश्‍वासन दिया है कि बाकी 8 लाख वीवीपैट का निर्माण कर लिया जाएगा और नवम्‍बर 2018 से पहले विभिन्‍न राज्‍यों / केन्‍द्रशासित प्रदेशों को आसानी से आपूर्ति कर दी जाएंगी।

निर्वाचन आयोग दोनों कंपनियों के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशकों और तकनीकी विशेषज्ञ समिति के साथ लगातार वीवीपैट के उत्‍पादन और आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा करता रहा है ताकि ईवीएम और वीवीपैट के डिजाइन, उत्‍पादन और आपूर्ति से जुडी गति-विधियां जारी रखना और उत्‍पादन प्रक्रिया एवं उत्‍पादों के प्रदर्शन के निरीक्षण के बाद तकनीकी विशेषज्ञ समिति द्वारा सुझाये गये फीचरों को शामिल कर समयबद्ध तरीके से आपूर्ति पूरा किया जाना सुनिश्चित किया जा सके।

निर्वाचन आयोग के अधिकारी ईवीएम और वीवीपैट की समय से आपूर्ति और चुनाव पूर्व तैयारी सुनिश्चित करने के उद्देश्‍य से रोजाना आधार पर मशीनों के निर्माण और आपूर्ति का निरीक्षण कर रहे हैं।

निर्वाचन आयोग ने बीते चुनाव में वीवीपैट मशीनों के विफल होने की दर को देखते हुए अतिरिक्‍त वीवीपैट की जरूरत 125 फीसदी से बढ़ाकर 135 फीसदी कर दी है। निर्वाचन आयोग ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 171 फीसदी मतपत्र ईकाइयों, 125 फीसदी नियंत्रण ईकाइयों और 135 फीसदी वीवीपैट की जरूरतों का अनुमान लगाया है।

यह ध्‍यान देने योग्य बात है कि वीवीपैट में कोई खामी आने पर सिर्फ वीवीपैट को ही अतिरिक्‍त वीवीपैट से बदला जायेगा जबकि ईवीएम के मतपत्र ईकाई या नियंत्रण ईकाई में कोई खामी आने पर मतपत्र ईकाई, नियंत्रण ईकाई और वीवीपैट के पूरे समूह को बदल दिया जाएगा, इससे ईवीएम की तुलना में अधिक वीवीपैट की जरूरत होगी।

पिछले 25 वर्षों में ईवीएम का इस्‍तेमाल करते हुए निर्वाचन आयोग ने 113 राज्‍य विधानसभा चुनाव और तीन लोकसभा चुनाव सफलतापूर्वक सम्‍पन्‍न कराये हैं।

जून 2017 से राज्‍य विधानसभा चुनाव और संसदीय चुनाव में मतदाताओं की सत्‍यता को प्रमाणित करने के लिए ईवीएम के साथ वीवीपैट मशीनों का सफलतापूर्वक इस्‍तेमाल किया गया है। निर्वाचन आयोग सभी आगामी चुनाव में वीवीपैट का इस्‍तेमाल करने को लेकर तैयार है।

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