• April 2, 2020

लॉकडाउन में फँसे प्रवासी श्रमिकों की हर संभव मदद

लॉकडाउन में फँसे प्रवासी श्रमिकों की हर संभव मदद

*नई दिल्ली स्थित बिहार भवन के नियंत्रण कक्ष से 4,72,081 व्यक्तियों की समस्याओं पर कार्रवाई की गई*

नई दिल्ली ——–कोरोना वायरस के संभावित फैलते संक्रमण के मद्देनजर देश के विभिन्न राज्यों में बिहार के प्रवासी श्रमिकों को सहयोग एवं सहायता पहुँचाने के उद्देश्य से बिहार भवन, नई दिल्ली में स्थापित नियंत्रण कक्ष में आज संध्या 6 बजे तक *8841(आठ हज़ार आठ सौ एकतालीस)* फोन कॉल्स आया, व्हाट्ऐप एवं अन्य माध्यमों से *1447 (एक हज़ार चार सौ सैंतालीस)* सूचनाएं प्राप्त हुई तथा गूगलडॉक संपर्क प्रणाली के द्वारा *14,862 (चौदह हज़ार आठ सौ बासठ)* आवेदन प्राप्त हुआ।

नियंत्रण कक्ष द्वारा *4,72,081(चार लाख बहत्तर हज़ार इक्यासी)* व्यक्तियों की समस्याओं पर कार्रवाई की गयी।

बिहार के लोग जो देश के विभिन्न भागों में फँसे हुए हैं उनके लिये स्थानिक आयुक्त, बिहार श्री विपिन कुमार द्वारा संबंधित राज्य सरकारों एवं जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर *भोजन, आवासन एवं चिकित्सा* की आवश्यक व्यवस्था की जा रही है।

स्थानिक आयुक्त श्री कुमार ने बताया कि इन समस्याओं पर संबंधित राज्यों के वरीय पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए त्वरित और यथोचित कार्रवाई की गयी। इसके तहत कई स्थानों से अनुपालन प्रतिवेदन भी प्राप्त हुआ है।

बिहार सरकार द्वारा लाखों प्रवासियों के बुनियादी सहयोग एवं सहायता हेतु युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है।

विदित हो कि बिहार भवन में नियंत्रण कक्ष *(011-23792009, 011-23014326, 011-23013884)* स्थापित किया गया है, जिसमें कॉल्स, फैक्स, इंटरनेट और ईमेल की सुविधा है। इसमे तीन पालियों में पदाधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति की गयी है।

नियंत्रण कक्ष के इन तीन टेलीफोन नम्बरों पर दस हंटिंग लाइन भी चालू किया गया है, ताकि सारे फोन निर्बाध रूप से काम करते रहें और फोन करने वालों को किसी भी तरह की तकनीकी परेशानी का सामना न करना पड़े।

*स्थानिक आयुक्त श्री कुमार ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों का सहयोग करना बिहार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए संपूर्ण तंत्र पूर्णतः सक्रिय व प्रतिबद्ध है।*

*सहायक निदेशक,*
*बिहार सूचना केन्द्र,*
*नई दिल्ली*

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