- May 14, 2020
लॉकडाउन का सख्त — 24 घंटे में 20 एफआईआर दर्ज की गई है, 51 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं, 1186 वाहन जब्त
पट्ना — मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क श्री अनुपम कमार, सचिव स्वास्थ्य श्री लोकेश कुमार सिंह,अपर पुलिस हानिदेशक पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथामको लेकर किये जा रहे कार्यों के साथ-साथ अद्यतन स्थितिपर मीडियाकर्मियों केसाथ संवाद कर जानकारी दी।
सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की
अद्यतन स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री के स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये रहे हैं।
श्री अनुपम कुमार ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों को ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है और उनकी रैंडम सैंपलिंग करायी जा रही है ताकि उससे पता चल सकेकि उनमें संक्रमण है या नहीं। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर में उनकी टेस्टिंग कराकर एस0ओ0पी0 केअनुसार काम किया जारहा है।पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। हम सभी का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सुरक्षित रहें।
सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के फैलाव कोरोकने की दिषा मेंब्लाॅक क्वारंटाइन सेंटर सबसेमहत्वपूर्ण रणनीतिहै। यह कम्यूनिटी स्प्रेड रोकने कारगर होगा, यदि ब्लाॅक क्वारंटाइन सेंटर प रप्रवासी मजदूरों को नहीं रखा जायेगा तो गाॅवों मेंभी संक्रमण फैल जायेगा और गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है।
ब्लाॅक क्वारंटाइन सेंटर एक अनूठा प्रयोग है, जिसकी प्रषंसा केन्द्र सरकार के स्तर से भी हो रही है। जो छात्र-छात्रायें कोटा से या अन्य किसी जगह से आये थे, उन्हें नाबालिग होने केकारण होम क्वारंटाइन में रखने का निर्देष दिया गया है।
विदेशों से आ रहे लोगों के लिए पेड इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन की व्यवस्था की गई है, जिसका खर्च उन्हें स्वयं वहन करना होगा। कुछ सामान्य ट्रेनों का भी परिचालन शुरु हुआ है, जिन यात्रियों को रिलैक्शेसन मेजर्स के अंतर्गत यात्रा की इजाजत दी गई है, वे अपने काम के सिलसिले में यात्रा कर रहे हैं और इन यात्रियों की पूरी स्क्रीनिंग एवं अन्य औपचारिकताओं के निवर्हन के बाद ही यात्रा की इजाजत दी गयी है। इन यात्रियों को क्वारंटाइन नहीं किया जा रहा है।
श्री अनुपम कुमार ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग के परिवहन नोडल पदाधिकारी से अभी तक प्राप्त सूचना के अनुसार आज बिहार आने वाली ट्रेनों की संख्या 25 है, जिससे 34,629 लोग आ रहे हैं। कल आने वाली प्रस्तावित ट्रेनों की संख्या 34 है, जिससे 50,910 लोगों के आने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि 7-8 दिनों के अंदर बाहर से आने वाले लोगों को लाने के लिए समन्वय कर उसकी व्यवस्था करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां आएं और उनकी देखभाल हो सके। 11 मई तक 115 ट्रेनों के माध्यम से 1 लाख 37 हजार 401 लोग अब तक राज्य में आ चुके हैं। 267 ट्रेनों के माध्यम से 4 लाख 27 हजार 200 और लोगों के राज्य में लाए जाने की योजना है लेकिन यह अंतिम सूची नहीं है।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिये कई कदम उठाये जा रहे हैं। ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्रों पर सभी लोगों को
गुणवत्तापूर्ण भोजन आवासन एवं चिकित्सकीय जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। ब्लॉक क्वारंटाइन केन्द्र की संख्या अभी 4163 है, जिसमें 1 लाख 89 हजार लोग आवासित है। बाहर से आ रहे लोगों को क्वारंटाइन केंद्रों पर रखा जा रहा है ताकि वे गांव नहीं जा सकें और संक्रमण के प्रकोप को बढ़ने से रोका जा सके।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार के लोग जो बाहर फंसे हुए हैं, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे हैं।
प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे है और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारों तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समस्या का समाधान किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1927 टेस्टिंग किए गए हैं, जिसमें से 118 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। अब तक राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 909 हो गयी है। अब तक कुल 39149 सैंपल की जांच की गई है, जिसमें 2.3 प्रतिशत कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
पहले जितने सैंपल की जांच की जाती थी उसके विरुद्ध 1.7 से 1.8 प्रतिशत संक्रमित पाए जाते थे लेकिन पिछले 24 घंटे की जांच में यह 6.12 प्रतिशत तक पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि पहले भी टेस्टिंग उतनी ही होती थी लेकिन अब जांच में संक्रमण के अधिक मामले आ रहे हैं। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर पर रैंडमली टेस्टिंग करायी जा रही है, जिसमें संक्रमितों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले 24 घंटे में तीन मरीज ठीक होकर घर गए हैं।
हमलोग पॉजिटिव मरीजों को 7 दिन बाद जांच करते हैं और अगर वे निगेटिव पाए जाते हैं तो 24 घंटे के बाद पुनः जांच में निगेटिव पाए जाने पर उन्हें ठीक मान लेते हैं। पिछले कुछ दिनों से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की दुबारा जांच की अवधि अभी पूर्ण नहीं हुई है, जिससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या इधर कम है।
श्री लोकेश कमार सिंह ने बताया कि अब तक 386 व्यक्ति स्वस्थ्य होकर घर गए हैं। सभी 38 जिलों में एक्टिव केस पाए गए हैं और अभी कुल एक्टिव केसों की संख्या 516 है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 की जांच पहले से करायी जा रही है लेकिन 3 मई के बाद बाहर से आए लोगों का रैंडम सैंपलिंग करायी गई है और उनके जांच से पता चला है कि अब तक राज्य में बाहर से आए संक्रमितों की संख्या 332 है,जिसमें 3 मई के बाद आए संक्रमित लोगों की संख्या 277 है, जिसमें दिल्ली से 78, गुजरात से 71, महाराष्ट्र से 57, पश्चिम बंगाल से 20 और हरियाणा के 13 लोग हैं। दिल्ली के 617 लोगों की जांच में से 16 प्रतिशत लोग पॉजिटिव पाए गए है। बाहर से आए राज्यवार जांच में कोरोना पॉजिटिव के मामले के कारण राज्य के कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ी हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरदार पटेल भवन में कोरोना संक्रमण का कोई मामला नहीं है और सभी वरीय अधिकारी यहीं से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 20 एफआईआर दर्ज की गई है, 51 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं, 1186 वाहन जब्त किए गए हैं और इससे 33 लाख 37 हजार रुपए की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है। कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और लॉकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं।
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बिहार सूचना केंद्र
नई दिल्ली