• November 21, 2016

लेक फेस्टिवल वाटर स्पोर्ट्स

लेक फेस्टिवल  वाटर स्पोर्ट्स

जयपुर——— जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने उदयपुर में वाटर स्पोर्ट्स अकादमी की स्थापना की पहल का स्वागत किया है और कहा है कि इसके लिए वे मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे से चर्चा करेंगी और वाटर स्पोर्ट्स अकादमी शुरू करने के लिए हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि झीलों की नगरी उदयपुर में वाटर स्पोर्ट्स की अपार संभावनाएं हैं और इन्हें मूर्त रूप दिया जाना चाहिए। उन्होंने उदयपुर में वाटर स्पोर्ट्स की वल्र्ड चैम्पियनशिप की पहल का भी स्वागत किया और कहा कि इसके लिए हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।dsc_0127

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने रविवार को उदयपुर में तीन दिवसीय लेक फेस्टिवल के अन्तर्गत फतहसागर झील में आयोजित ड्रेगन बोट, केनोइंग, कायाकिंग एवं केनो पालो की नेशनल चैम्पियनशिप के पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रही थीं। समारोह की अध्यक्षता इण्डियन कयाकिंग एण्ड केनाइंग एसोसिएशन (आईकेसीए) के महासचिव बलवीरसिंह कुशवाहा ने की।

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने विभिन्न राज्यों की विजेता टीमों को स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक प्रदान किए और बधाई दी। श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि प्राचीनकालीन झीलें और जलाशय तथा उनका जल प्रबन्धन कौशल वाकई अद्भुत है और यह वर्षा जल संरक्षण एवं संग्रहण की दृष्टि से बेमिसाल है।

उन्होंने वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों के व्यापक प्रसार पर जोर दिया और कहा कि जयसमंद एवं राजसमंद झील सहित अन्य क्षेत्रों में इसके केन्द्र और उप केन्द्रों की स्थापना की जानी चाहिए। इससे जलीय खेलों को बढ़ावा मिलेगा।

उन्हाेंने कहा कि राजस्थान के कश्मीर उदयपुर की झीलें यहां के लिए लाईफ लाईन हैं और किसी भी दृष्टि से ये जम्मू कश्मीर की झीलों से कम नहीं हैं। समारोह की अध्यक्षता करते हुए इण्डियन कयाकिंग एण्ड केनाइंग एसोसिएशन (आईकेसीए) के महासचिव बलवीरसिंह कुशवाहा ने वाटर स्पोर्ट्स की दृष्टि से उदयपुर को सर्वाधिक उपयुक्त बताया और कहा कि यहाँ अकादमी स्थापना और वल्र्ड चैम्पियनशिप की दिशा में शीघ्र एवं ठोस प्रयासों की जरूरत है जिससे कि उदयपुर में वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां निरन्तर जारी रहें और इसके माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक प्राप्त करने का गौरव मिल सके।

आरंभ में अतिथियाेंं का स्वागत राजस्थान कयाकिंग एण्ड केनोइंग एसोसिएशन(आरकेसीए) के अध्यक्ष श्री प्रदीप पालीवाल एवं उपाध्यक्ष श्री चन्द्रगुप्तसिंह चौहान, जिला खेल अधिकारी श्री ललितसिंह झाला, पार्षद श्री देवेन्द्र जावलिया, सांई के कोच श्री दिलीपसिंह चौहान, अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं जम्मू कश्मीर कयाकिंग एण्ड केनोइंग एसोसिएशन की सचिव सुश्री बिल्किश मील आदि ने किया। आयोजकों ने मुख्य अतिथि श्रीमती माहेश्वरी को प्रतीक चिह्न भेंट किया। आभार प्रदर्शन श्री सीएस राठौड़ ने किया।

आयोजकों से प्राप्त परिणाम सूची के अनुसार ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 200 मीटर) में महिला वर्ग में मध्यप्रदेश को स्वर्ण, हरियाणा को रजत और मणिपुर की टीम को कांस्य पदक प्रदान किया गया। ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 200 मीटर) पुरुष एवं महिला मिक्स वर्ग में आईटीबीपी को स्वर्ण पदक, मध्यप्रदेश को रजत पदक तथा हरियाणा को कांस्य पदक दिया गया। ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 200 मीटर) पुरुष वर्ग में दिल्ली को स्वर्ण पदक, हरियाणा को रजत पदक तथा मध्यप्रदेश को कांस्य पदक प्रदान किया गया।

ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 500 मीटर) में महिला वर्ग में मध्यप्रदेश को स्वर्ण पदक, हरियाणा को रजत पदक तथा मणिपुर को कांस्य पदक प्रदान किया गया। ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 500 मीटर) में मिक्सड वर्ग में आईटीबीपी को स्वर्ण पदक, मध्यप्रदेश को रजत पदक तथा हरियाणा को कांस्य पदक प्रदान किया गया। ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 500 मीटर) में पुरुष वर्ग में मध्यप्रदेश की टीम को स्वर्ण पदक, हरियाणा को रजत पदक तथा दिल्ली को कांस्य पदक प्रदान किया गया।

ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 2000 मीटर) में महिला वर्ग में मध्यप्रदेश को स्वर्ण पदक, हरियाणा को रजत पदक तथा चण्डीगढ़ को कांस्य पदक प्रदान किया गया। ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 2000 मीटर) मिक्स्ड प्रतियोगिता में हरियाणा को स्वर्ण पदक, मध्यप्रदेश को रजत पदक तथा आईटीबीपी की टीम को कांस्य पदक प्रदान किया गया।

ड्रेगन बोट प्रतिस्पर्धा ( 2000 मीटर) पुरुष वर्ग की प्रतियोगिता में हरियाणा को स्वर्ण पदक, आईटीबीपी की टीम को रजत पदक तथा जम्मू कश्मीर की टीम को कांस्य पदक प्रदान किया गया।

Related post

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

धार्मिक समाज सुधारकों की परंपरा को बचाने की लड़ाई

एड. संजय पांडे — शिवगिरी मठ सभी दलों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखता है। वार्षिक…
हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी इमारतों को हिला दिया

हिमालय की तलहटी में  6.8 तीव्रता का भूकंप,95 लोग मारे गए,नेपाल, भूटान और भारत में भी…

बीजिंग/काठमांडू 7 जनवरी (रायटर) – चीनी अधिकारियों ने कहा  तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से…
1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति : सर्वोच्च न्यायालय

1991 के पूजा स्थल कानून को लागू करने की मांग याचिका पर विचार करने पर सहमति…

सर्वोच्च न्यायालय ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की उस याचिका पर विचार करने पर सहमति जताई…

Leave a Reply