- March 21, 2017
लाहौल-स्पिति जिले में सड़क बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर
(सू०ब्यूरो,शिमला)———— राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि जनजातीय जिला लाहौल-स्पिति, जो सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी के कारण देश प्रदेश के अन्य भागों से कट जाता है, में सड़क मार्गों की बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
जिला की सभी मुख्य सड़कें केंलग-तांदी-कोकसर, तांदी से तिंदी, तांदी-केंलग-दारचा, समदो से काजा-ग्रांफू व कोकसर से रोहतांग भारी बर्फबारी तथा शून्य से नीचे तापमान के चलते यातायात के लिये बंद हो गई थीं। इन सड़कों की बहाली का कार्य सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इस संबंध में बीआरओ व ग्रेफ के अधिकारियों के साथ समय-समय पर बैठकें आयोजित कर रहा है और लगातार संपर्क बनाए हुए है।
उन्होंने कहा कि सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों से सड़कों की बहाली पर प्राप्त ताजा रिपोर्ट के अनुसार मनाली-लेह सड़क को मनाली से गुलाबा तक खोल दिया गया है, जबकि लाहौल घाटी में इस सड़क पर सिस्सु से जिस्पा व दारचा तक बर्फ को पूरी तरह हटा लिया गया है।
हाल ही में हुई बर्फबारी के कारण तांदी व दालंग मैदान के बीच लगभग एक किलोमीटर सड़क पर भूस्खलन के कारण सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसे दिन-रात कार्य करके पुनः बहाल किया गया, लेकिन इसके कारण सिस्सु से कोकसर की ओर सड़क खोलने में बिलंब होना स्वाभाविक है।
तांदी से उदयपुर मार्ग पहले ही बहाल कर दिया गया था जबकि उदयपुर से तिंदी मार्ग से भी बर्फ हटा ली गई है, लेकिन मडग्रां के पास हाल ही की बर्फबारी के दौरान ल्हासे व ग्लेशियर गिरने से यह मार्ग अवरूद्व हो गया था, जिसे अब बहाल कर दिया गया है।
बीआरओ अधिकारियों के अनुसार सड़कों की बहाली के लिये मनाली, कोकसर, तांदी, उदयपुर, स्तिंगरी स्टेशनों में बुलडोज़र, स्नोकटर, जेसीबी सहित पर्याप्त मशीनरी मौजूद है और यह सारी मशीनरी बेहतर हालत में व कार्यशील है। इसके अतिरिक्त, पर्याप्त श्रमशक्ति भी उपलब्ध है।
अधिकारियों ने बताया कि यदि मौसम अनुकूल रहा तो मार्च के अंत तक कोकसर की ओर से घाटी के मुख्य द्वार रोहतांग को खोलने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। ग्रांफू से काजा की ओर बर्फ हटाने का कार्य लगभग रोहतांग पर स्नो क्लीयरेंस के दौरान ही किया जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि लाहौल घाटी में लगभग अंतिम बस्तियों तक सड़कों की बहाली का कार्य पूरा कर लिया गया है। असमायिक बर्फबारी तथा शून्य से नीचे तापमान के कारण सड़कें अवरूद्व हो जाती है, लेकिन तत्काल इन्हें बहाल भी किया जा रहा है।
घाटी में लोक निर्माण विभाग के अधीन संपर्क मागों की बहाली का कार्य भी युद्ध स्तर पर जारी है। विभागीय अभियंता के अनुसार कुछ मार्गों पर 6 फुट के करीब बर्फ है। इसके बावजूद भी लगभग 50 प्रतिशत मार्गों को बहाल किया जा चुका है। मयाड़ घाटी में भी विभाग ने माकूल मशीनरी तैनात कर इस मार्ग की बहाली का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घाटी के लोगों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील है और जिला प्रशासन को सड़क बहाली, दवाईंयों सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति व लोगों के आवागमन जैसी सुविधाओं के लिये गंभीरतापूर्वक कार्य करने के निर्देश जारी किए गए हैं।