- January 15, 2017
लाइवलीहुड कॉलेज के 51 प्रशिक्षुओं को विभिन्न राज्यों के प्रतिष्ठित संस्थानों में चयन
धमतरी—— कलेक्टर डॉ. सी.आर. प्रसन्ना ने शुक्रवार 13 जनवरी को दोपहर लाइवलीहुड कॉलेज के 51 प्रशिक्षुओं को विभिन्न राज्यों के प्रतिष्ठित संस्थानों में चयन का नियुक्ति पत्र सौंपा। इस अवसर पर उन्होंने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीवन में सीखने का जो भी अवसर मिले, उसका लाभ जरूर लेना चाहिए क्योंकि सीखने की प्रवृत्ति से ही मनुष्य हुनरमंद बनता है।
गोकुलपुर स्थित पेस फाउण्डेशन के प्रशिक्षण संस्थान में कलेक्टर डॉ. प्रसन्ना एवं जिला पंचायत के सी.ई.ओ. श्री विनीत नंदनवार पहुंचे, जहां पर प्रशिक्षण के लिए बनाए गए नवीन कक्ष का उन्होंने उद्घाटन किया। इस दौरान प्रशिक्षण के लिए आकर्षक ढंग से बनाई गई सामग्रियों का उन्होंने अवलोकन करते हुए प्रशंसा की।
इस अवसर विभिन्न संस्थानों में नियोजित हुए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे हमेशा अच्छी सेवाएं देने के लिए तथा नवाचार सीखने के लिए तत्पर रहें जिससे अपने जिले के साथ-साथ प्रदेश को भी सम्मान दिलाने में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से प्लेसमेंट के उपरांत भी हरसंभव मदद करने की बात कही।
इस अवसर पर चयनित प्रशिक्षु कु. संतोषी नेताम ने अपने प्रशिक्षण के दौरान के अनुभवों को अंग्रेजी में बताते हुए शासन की कौशल विकास योजना की प्रशंसा की, जिसकी बदौलत छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने यह मुकाम हासिल किया।
उल्लेखनीय है कि लाइवलीहुड कॉलेज में आतिथ्य सत्कार व्यवसाय में प्रशिक्षणरत छात्र-छात्राओं में से 51 प्रशिक्षुओं का चयन विभिन्न राज्यों के प्रतिष्ठित होटलों में हुआ है। कॉलेज के नोडल अधिकारी श्री एसपी गोस्वामी ने बताया कि भावनगर गुजरात के लॉर्ड्स होटल में सेवाएं देने हेतु सात प्रशिक्षुओं का चयन हुआ है।
इसी तरह अहमदाबाद के अलफोर्ट होटल के लिए दो प्रशिक्षु का, रामाडा मुंबई के लिए 5, होटल पॉमअरिन्हा गोआ में दो, होटल राजमहल बैंगलोर में 4, होटल राज इम्पीरियल राजनांदगांव में 3, होटल प्लज सिलवासा गुजरात में 7, होटल पेनिंगटन कोर्ट रायपुर में 7 तथा होटल रेड मैपल मशाल इंदौर मध्यप्रदेश में 15 प्रशिक्षुओं का चयन हुआ है।
सभी चयनित प्रशिक्षुओं को कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत तथा कॉलेज प्रशासन की ओर से बधाइयां दी गईं। इस अवसर पर चयनित प्रशिक्षुओं के परिजन तथा काफी संख्या में संस्था के प्रशिक्षुगण मौजूद थे।