- April 28, 2017
लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से करनाल सहकारी चीनी मिल का नवीनीकरण
चण्डीगढ़————–हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से करनाल सहकारी चीनी मिल के नवीनीकरण की एक परियोजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
3500 टन प्रतिदिन की गन्ना पिराई क्षमता वाली करनाल चीनी मिल में रिफाईंड शुगर प्लांट, बिजली संयंत्र भी लगाया जाएगा। इस संदर्भ में अधिकतर बुनियादी कार्य शुरू हो चुके हैं।
हरियाणा शुगर फैडरेशन के चेयरमैन श्री चंद्र प्रकाश कथूरिया ने बताया कि इस वर्ष करनाल चीनी मिल का लगभग 200 करोड़ रुपये व शाहबाद चीनी मिल का लगभग 80 करोड़ रुपये की लागत से नवीनीकरण किया जाएगा।
पानीपत सहकारी चीनी मिल को स्थानान्तरित करके लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत से डाहर गांव में लगभग 78 एकड़ क्षेत्र पर नई चीनी मिल लगाने की स्वीकृति भी प्रदान की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सहकारी चीनी मिलों की तरफ विशेष ध्यान दिया और प्रदेश की तीन चीनी मिलों के निर्माण और नवीनीकरण के लिए लगभग 700 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है।
उन्होंने कहा कि करनाल चीनी मिल प्रदेश की ऐसी मिल होगी जिसमें 15 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि चीनी मिल का आधुनिकीकरण होने के बाद मिल में चीनी की गुणवत्ता में बढ़ोतरी करने के लिए रिफाईंड शुगर प्लांट भी लगाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मिल अपनी बिजली भी उत्पन्न करेगी ताकि मिल का कार्य निर्र्बाधित चल सके तथा शेष बिजली को बिजली निगम को बेचा जाएगा। इस प्रकार से मिल को 11 से 12 करोड़ रुपये तक की आमदनी होगी।
उन्होंने बताया कि गन्ना क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केन मैनेजर व अन्य शुगर मिल कर्मचारियों की एक कमेटी नियमित रूप से किसानों को जागरूक कर रही है तथा गन्ने की गुणवता को बनाए रखने के लिए भी जानकारी दे रही है ताकि किसान कम लागत में अधिक आय प्राप्त कर सकें।