- April 16, 2015
रिसर्जेन्ट राजस्थान के लिए उद्यमियों को न्यौता : – कृषि मंत्री
जयपुर – कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने बुधवार को हैदराबाद में कृषि और सम्बद्घ क्षेत्रों के उद्यमियों से मिलकर रिसर्जेन्ट राजस्थान में भाग लेकर राज्य में निवेश करने का न्यौता दिया। उन्होंने उद्यमियों को कृषि क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं और संभावनाओं के बारे में जानकारी दी।
श्री सैनी हैदराबद में कृषि उद्यमियों और किसानों से मिलने दो दिवसीय दौरे पर गए हुए थे। उन्होंने हैदराबाद में खाद्य प्रसंस्करण और कृषि व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों से मुलाकात कर उन्हें राजस्थान में निवेश की संभावनाओं के बारे में बताया।
श्री सैनी ने उन्हें राज्य में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में सरसों, जीरा, धनिया, बाजरा, मैथी, हिना सहित अनेक फसलों में अग्रणी होने से उन्हें कच्चा माल सही कीमत पर मिलेगा। श्री सैनी ने उद्यमियों को आश्वस्त किया कि उन्हें राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
श्री सैनी ने बताया कि तेलंगाना के साथ खजूर और नारियल की खेती की तकनीक साझा की जाएगी। उन्होंने बताया कि तेलंगाना के प्रगतिशील किसानों को राज्य में आमंत्रित कर, यहां के किसानों को इनसे प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
कृषि मंत्री ने टिश्यू कल्चर तकनीक से खजूर के पौधे तैयार कर रही एसीई एग्रो टेक लिमिटेड की लैब का अवलोकन भी किया। उन्होंने तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में हो रही अनार, आम और सब्जियों की खेती का भी निरीक्षण किया।
श्री सैनी ने यहां नारियल विकास बोर्ड के अधिकारियों के साथ मिलकर राज्य में नारियल की खेती की संभावनाओं के बारे में चर्चा की। इस दौरान उनके साथ सचिव व आयुक्त कृषि एवं उद्यानिकी श्री कुलदीप रांका, उद्यान विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री एलएन कुमावत, संयुक्त निदेशक श्री सुरेश गौतम, तेलंगाना के उद्यान विभाग के आयुक्त श्री वेंकटराव उपस्थित थे।
किसान बोले पहली बार हमारे यहां कोई मंत्री आया
कृषि मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी, बुधवार को तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के पुडूर गांव में किसान आर. नरसिम्हा रेड्डी के खेत पर हो रही फूलों की खेती को देखने पहुंचे। श्री सैनी ने ग्रीन हाउस और शेड नेट हाउस में हो रही फूलों की खेती को सराहा। साथ ही किसानों को उन्होंने अपनी पैदावार बढ़ाने के लिए कुछ नुस्खे भी दिए। श्री सैनी की उपस्थिति से वहां के किसान गदगद हो गए और उन्होंने कहा कि पहली बार हमारे यहां कोई मंत्री इस खेती को देखने आया है।
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