• August 7, 2015

रिसर्जेंट राजस्थान : 2530 करोड़ के बारह एम.ओ.यू पर हुए हस्ताक्षर : 8000 रोजगार

रिसर्जेंट राजस्थान : 2530 करोड़ के बारह एम.ओ.यू पर हुए हस्ताक्षर : 8000  रोजगार

जयपुर – राजस्थान सरकार और भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट रोड शो एवं निवेशकों की बैठक में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की मौजूदगी में टेक्सटाईल के क्षेत्र में करीब 2530 करोड़ की लागत के बारह समझौता पत्रों (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए गए इससे टेक्सटाइल क्षेत्र में करीब आठ हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा।HO

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने कहा कि आगामी नवम्बर में होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान सम्मेलन से पहले हुए इन एम.ओ.यू. से राजस्थान में टेक्सटाइल क्षेत्र के विकास में यह एक बड़ी उपलब्धि है।

एम.ओ.यू. पर राजस्थान सरकार की तरफ से उद्योग आयुक्त श्री अभय कुमार ने हस्ताक्षर किए। एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर करने वालों में एमीनेंट डीलर्स, भीलवाड़ा के अध्यक्ष श्री राजेश अग्रवाल ने रिसाईकल्ड फाईवर के लिए 90 करोड़ के समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये इसी तरह एम.आर. वीविंग प्राइवेट लिमिटेड भीलवाडा के निदेशक श्री महेश अग्रवाल ने स्पीनिंग यार्न के लिए 100 करोड़ रूपये, मयूर यूनिक्यूटर्स जयपुर के अध्यक्ष एस.के. पोद्दार ने पीयू कोटेड टैक्सटाइल फैबरिक (टैक्निकल टैक्सटाइल्स) यूनीट के लिए 275 करोड़ रुपये, नितिन इस्पीनर्स के अध्यक्ष श्री आर.एल नौलखा ने स्पीनिंग कॉटन यार्न उद्योगों के लिए 300 करोड़ रुपये, राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स लिमिटेड भवानीमंडी के कार्यकारी अध्यक्ष श्री एस.एस. माहेश्वरी ने यार्न की यूनिट स्थापित करने के लिए 260 करोड़ रूपये, श्री अनंत सिंटेक्स लिमिटेड भीलवाड़ा के प्रतिनिधि श्री अनिल सोनी ने स्पींनिग यार्न यूनिट लगाने के लिए सौ करोड़ रुपये, श्री वल्लभ पीत्ती ग्रुप इन्डस्ट्रीज जालौर के अध्यक्ष श्री विनोद पीते ने कॉटन यार्न उद्योग के लिए पांच सौ करोड़ रुपये, श्रुति स्पीनर्र्स भीलवाड़ा के निदेशक श्री महेश भीमसरिया ने स्पिनिंग यार्न यूनिट लगाने के लिए सौ करोड़ रुपये, सुपर गोल्ड शूंटिग प्राइवेट लिमिटेड भीलवाड़ा के प्रतिनिधि श्री मनीष चाडंक ने अपनी कम्पोजिट यूनिट के लिए सौ करोड़ रुपये एवं संगम इंडिया लिमिटेड भीलवाड़ा-चित्तौडगढ़ के प्रबंध निदेशक एस.एन. मोडानी ने सिंथेटिक यार्न, कॉटन यार्न, पीवी फैबरिक, सिमलैस गारमेंटस और डेनिम फैबरिक उद्योगों के लिए तीन अलग-अलग समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किये जिनमें 705 करोड़ रूपये का निवेश होगा।

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