- November 9, 2015
रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट : औद्योगिक समूह
जयपुर – जयपुर में 19 एवं 20 नवम्बर को आयोजित होने वाले रिसर्जेन्ट राजस्थान पार्टनरशिप समिट-2015 में भारत के शीर्ष औद्योगिक घराने और उद्योगों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। उन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन करवाकर समिट में भाग लेने की पुष्टि की है।
टाटा संस के अध्यक्ष श्री साइरस पी मिस्त्री, रिलायंस अनिल धीरूभाई अम्बानी ग्रुप के अध्यक्ष श्री अनिल अम्बानी, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के अध्यक्ष श्री आनंद महिंद्रा, भारती एंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष श्री राकेश भारती मित्तल, अडानी समूह के अध्यक्ष श्री गौतम अडानी, गोदरेज समूह के अध्यक्ष श्री आदि गोदरेज, आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष श्री कुमार मंगलम बिड़ला, वेदांता समूह के अध्यक्ष श्री अनिल अग्रवाल, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के अध्यक्ष श्री अजय श्रीराम और वरिष्ठ प्रबंध निदेशक सहित अनेक औद्योगिक समूहों के प्रमुख समिट में भाग लेने वालों की सूची में शामिल हैं।
रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट 2015 दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन है। इसका मुख्य उद्देश्य राजस्थान में निवेश के लिए प्रेरित कर राज्य के सतत एवं समावेशी विकास के लिए प्रमुख हितधारकों के साथ भागीदारी स्थापित करना है। रिसर्जेंट राजस्थान में भाग लेने वाले महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड़ के चेयरमेन, श्री आनन्द महिंद्रा ने बताया कि महिंद्रा गु्रप द्वारा निवेश हेतु राजस्थान महत्वपूर्ण प्रदेश के रूप में उभरा है। राजस्थान सरकार के साथ भागीदारी में जयपुर में महिंद्रा वल्र्ड सिटी का निर्माण कराया गया है, जिसमें राज्य में निवेश करने वाली अन्य कंपनियों को विश्व स्तर की औद्योगिक आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के पैमाने में भारत को वैश्विक स्तर पर और ऊपर ले जाने में राजस्थान जैसे अन्य राज्यों द्वारा व्यापार एवं उद्योगों के लिए बनायी गयी सक्रिय एवं अनुकूल नीतियां महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। उन्होंने रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट के लिए राज्य सरकार को शुभकामनायें दी है। निवेश को प्रोत्साहित करने की दिशा में राज्य सरकार के की सराहना करते हुए भारती एंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष, श्री राकेश भारती मित्तल ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि हम रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट में भाग ले रहे है। राजस्थान गत कुछ वर्षों में प्रगतिशील नीतियों और मजबूत बुनियादी ढांचे के चलते भारत के शीर्ष निवेश गंतव्यों में से एक के रूप में उभरा है। राज्य में खाद्य प्रसंस्करण केंद्रों की स्थापना की अपार क्षमता है, इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को उनके साहसिक और दूरदृष्टि पूर्ण कार्यों के लिए बधाई भी दी।
वेदांता समूह के अध्यक्ष, श्री अनिल अग्रवाल ने राजस्थान में निवेश के सम्बंध में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि राजस्थान में संस्कृति और उद्यम की एक समृद्घ परंपरा रही है, जो इसके नये प्रयासों और नवाचार की भावना को दर्शाते हैं। राज्य में हाइड्रोकार्बन, जिंक और सीसा का अच्छा भंडार है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में रॉक फास्फेट, पोटाश, लिग्नाईट, सोना और विश्व का सर्वश्रेष्ठ मार्बल पत्थर है। प्रदेश की भूगर्भीय स्थिति अभूतपूर्व है। श्री अग्रवाल ने वैश्विक निवेश को आकर्षित करने की राजस्थान की विशाल क्षमता की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की प्रगतिशील नीतियां, व्यापक परिवहन नेटवर्क और भूमि की उपलब्धता, जो किसी भी व्यापार के संचालन के लिए महत्वपूर्ण हैं, राजस्थान को निवेश के लिए आकर्षक बनाती है। उन्होंने कहा कि राज्य में लम्बे समय से निवेश के अनुभव के आधार पर कह सकता हॅू कि मैन्युफैक्चरिंग एवं सर्विस सेक्टर में राजस्थान में स्किल्ड मेन पावर अद्घितीय है। राजस्थान के विकास में एक सहभागी होने की वेदांता को प्रसन्नता है। राज्य में प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र के सतत विकास के लिए अपनी विशेषज्ञता के लिए हम प्रतिबद्घ हैं। आगामी 3 वर्षों में हम राज्य में 20 हजार करोड़ से अधिक पूँजी का निवेश करेंगे।