रिकवरी रेट बढ़कर 72.3 प्रतिशत

रिकवरी रेट बढ़कर  72.3 प्रतिशत

भोपाल : ———मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रदेश में कोरोना नियंत्रण की स्थिति की समीक्षा की।बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में गत लगभग एक माह से वायरस के नियंत्रण की प्रवृत्ति स्थिर है। एक्टिव केस अन्य राज्यों से कम हैं वहीं अन्य राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश में वायरस संक्रमण भी अपेक्षाकृत नियंत्रण में है।

प्रदेश का रिकवरी रेट इस समय 72.3 हो गया है, जो राजस्थान के पश्चात देश में सर्वाधिक है। इसका अर्थ है मध्यप्रदेश में रोगियों के स्वस्थ होने की रफ्तार तीव्र है। इसके अलावा डबलिंग रेट 34.9 दिवस है, जो सभी राज्यों से ज्यादा है। इसका अर्थ है मध्यप्रदेश में संक्रमण की गति को रोकने में सफलता मिली है। बैठक में स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र और मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों से सभी जिलों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के लिए कहा। बैठक में निर्णय लिया गया कि 30 जून तक राज्य में अंतरराज्यीय बसों का संचालन बंद रहेगा। स्कूल कॉलेज एवं शैक्षणिक संस्थाएं भी अभी बंद रहेंगी। रात्रि 9 से सुबह 5 बजे तक अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर शेष गतिविधियां बंद रहेंगी। कार्यालयों में अधिकारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति रहेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि फीवर क्लीनक का संचालन और बेहतर ढंग से किया जाए। कंटेनमेंट क्षेत्र में नियमों का सख्ती से पालन हो। इन क्षेत्रों में व्यक्तियों को कहीं भी आने-जाने की लापरवाही पूर्ण स्वतंत्रता नहीं दी जाए।

कोविड केयर केन्द्रों का पूरी क्षमता के साथ उपयोग किया जाए। टेस्टिंग और सर्वेलेंस का कार्य भी पूरी गंभीरता से किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जहाँ आवश्यक हो रोगियों को ऑनलाइन परामर्श भी उपलब्ध कराया जाए। पूर्ण सेम्पलिंग और गंभीर रोगियों को ट्रेक कर बेहतर चिकित्सा केन्द्र में पहुंचाने के भी प्रयास किए जाएं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि लघु और दीर्घ अवधि की योजना तैयार रहना चाहिए। व्यवस्थाओं में जहाँ कहीं भी कमियां दिखें उन्हें जिला स्तर पर दूर करने का प्रयास किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अस्पतालों में रोगियों को गीत-संगीत और उत्साहजनक वातावरण उपलब्ध करवाया जाए ताकि रोगियों का मनोबल बढ़े और वे जल्दी स्वस्थ हों।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संभागों के लिए नियुक्त भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ ही चिकित्सकों और सीएमओ से भी संवाद कर मैदानी स्थिति पर नियंत्रण के प्रयासों की नियमित जानकारी प्राप्त करें।

राज्य स्तरीय समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि अन्य राज्यों से वायरस नियंत्रण में अच्छी सफलता मिलने के बाद भी कुछ जिलों में पॉजीटिव केस सामने आ रहे हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि रोगियों के उपचार के प्रति पूरी गंभीरता बनी रहे। सोशल डिस्टेंसिंग और वायरस से बचाव के पूरे उपाय अमल में लाये जाए।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में अब तक 10 हजार 935 पॉजीटिव रोगी पाए गए हैं। जिनमें से 7 हजार 903 रोगी स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं। एक्टिव केस 2 हजार 567 हैं। प्रदेश का पॉजीटिविटी रेट 4.26 है। जिसमें कमी लाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

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