- August 5, 2015
राष्ट्र के पुनर्जागरण में आगे बढ़कर अपना योगदान दें – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं का आव्हान किया है कि वे राष्ट्र के पुनर्जागरण में आगे बढ़कर अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास और सभ्यता गौरवशाली और प्राचीन है। उन्होंने कहा कि जब पश्चिम आदिम अवस्था में था तब भारत में नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय स्थापित हो चुके थे।
श्री चौहान ने आज यहाँ नेहरू युवा केंद्र संगठन मध्यप्रदेश द्वारा राष्ट्र के विकास में युवाओं की भागीदारी के लिए जन जागृति अभियान और पुनर्जागरण यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पुनर्जागरण यात्रा प्रदेश के गाँवों में जायेगी और युवाओं को राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्यों का बोध करवाएगी।
श्री चौहान ने बताया की राज्य सरकार सामाजिक और सांस्कृतिक नवजागरण के लिए पाँच अभियान चला रही है। जल संवर्धन, बेटी बचाओ, वृक्षारोपण, स्वच्छ भारत और स्कूल चलें हम। उन्होंने नेहरू युवा केंद्र से आग्रह किया कि वह इन अभियानों को भी मार्गदर्शन दें। युवाओं को अपने नागरिक अधिकारों का बोध करवायें। समाज और सरकार मिलकर ही क्रान्तिकारी परिवर्तन ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के पुनर्जागरण का अनुकूल समय चल रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा इसी का सुफल है।
उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को युगदृष्टा बताते हुए कहा कि केंद्र की सभी योजनाएँ अपने आप में अनोखी है। इन्हें निचले स्तर तक पहुँचाकर ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियों को लाभ दिलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि निचले स्तर पर जो कमियाँ सामने आयें, उनके लिये समय पर सुधारात्मक उपाय किये जायेंगे।
नेहरू युवा केंद्र संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री बी. डी. शर्मा ने बताया कि देश के चार स्थान से शुरू हुई इस यात्रा का समापन एकात्म मानवतावाद के प्रणेता पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म-तिथि 25 सितम्बर को मथुरा में होगा। मथुरा में देश भर से 12 हजार युवा आयेंगे। उन्होंने पुनर्जागरण यात्रा की रुपरेखा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर श्री विजेश लुनावत और डॉ. सुनील बंसल भी उपस्थित थे।