- August 25, 2017
राष्ट्रीय ‘स्वच्छ विद्यालय’ में राजस्थान के तीसरे स्थान
जयपुर——— केन्द्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत ‘स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2016-17’ पहल के अंतर्गत राजस्थान का देश के सर्वोच्च तीन राज्यों में स्थान बना है। भारत सरकार के ‘स्वच्छ विद्यालय’ राष्ट्रीय पुरस्कार के तहत देशभर में राजस्थान का तमीलनाडू और आंध्रप्रदेश के बाद तीसरा स्थान रहा है।
शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान इस उपलब्धि से अपने को गौरवान्वित महसूस करता है और स्वच्छता में निरंतर आगे भी ऎसे ही प्रयास जारी रखे जाएंगे। उन्होंने स्वच्छ विद्यालयों में देशभर में राजस्थान की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर ‘स्वच्छ विद्यालय’ रैंकिंग में राजस्थान का यह स्थान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत’ अभियान की ‘स्वच्छ विद्यालय’ पहल की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के कुशल नेतृत्व को श्रेय देते हुए टीम एजुकेशन, सभी विद्यालयों के संस्था प्रधानों को बधाई दी हैं।
श्री देवनानी ने बताया कि ‘स्वच्छ विद्यालय’ पुरस्कार के अंतर्गत देश के विभिन्न राज्यों के 643 विद्यालयों को पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था। इनमें से बाद में विभिन्न मानंदडों के आधार पर केवल 172 राजकीय विद्यालयों को ही राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार के लिए चयनित किया गया।
उन्होंने बताया कि यह महत्वपूर्ण है कि देशभर में राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार के लिए चुने गए 172 विद्यालयों में भी राजस्थान के 15 विद्यालयों को स्वच्छता के विभिन्न मानदंडों पर सर्वोत्कृष्ट मानते हुए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत करने का निर्णय भारत सरकार ने लिया है।
श्री देवनानी ने बताया कि राजस्थान के चयन किए गए इन 15 राजकीय विद्यालयों को भारत सरकार द्वारा प्रत्येक को 50-50 हजार रुपये की नकद राशि तथा प्रशस्ती पत्र देकर आगामी एक सितम्बर को राजधानी दिल्ली के केन्द्रीय विद्यालय नम्बर 2 के डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ऑडिटोरियम में पुरस्कृत किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय ‘स्वच्छ विद्यालय’ पुरस्कार के तहत राष्ट्रीय स्तर पर देशभर के विभिन्न राज्यों के विद्यालयो में स्वच्छ पेयजल, शौचालय, साबुन सहित हाथ धोने की समुचित व्यवस्था, स्वच्छता के अंतर्गत विद्यालयों की समुचित रख-रखाव व्यवस्था, स्वच्छता के अंतर्गत विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों की आदतों में आए सकारात्मक बदलाव आदि मानदंडों पर पुरस्कार पात्रता के लिए नामांकित किया गया था। इसके अंतर्गत जहां 90 से 100 प्रतिशत तक स्वच्छता पाई गई उन विद्यालयों को उत्कृष्ट मानते हुए ‘ग्रीन’, जहां 75 से 89 प्रतिशत तक स्वच्छता पाई गई उन्हें बहुत अच्छी श्रेणी का मानते हुए ‘ब्ल्यू’ तथा जहां 51 प्रतिशत से 74 प्रतिशत तक स्वच्छता अनुभूत की गई उन्हें अच्छे की श्रेणी में माना गया।
शिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि यह और भी महत्वपूर्ण है कि भारत सरकार ने राजस्थान के 201 विद्यालयों को ‘ग्रीन’ और ‘ब्ल्यू’ श्रेणी में रेंकिग देते हुए उन्हें स्वच्छता में उत्कृष्ट और बहुत अच्छा माना है।