- April 30, 2016
राष्ट्रीय बीज परियोजना : फसलों के उत्तम किस्म के बीजों के लिये प्रथम पुरस्कार
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर की राष्ट्रीय बीज परियोजना इकाई को विभिन्न फसलों के उत्तम किस्म के बीज तैयार करने के कारण सर्वश्रेष्ठ इकाई के रूप में वर्ष 2015-16 के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा देश में कार्यरत इस प्रकार की 41 इकाईयों में से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की परियोजना इकाई का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल तथा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील ने इस उपलब्धि के लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय बीज परियोजना इकाई के कृषि वैज्ञानिकों और अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि यह पुरस्कार केरल कृषि विश्वविद्यालय त्रिशूर में पिछले सप्ताह आयोजित परियोजना की 31वीं वार्षिक कार्यशाला में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. टी. महापात्रा द्वारा प्रदान किया गया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय स्थित राष्ट्रीय बीज परियोजना के प्रभारी डॉ. पी.के. चन्द्राकर ने डॉ. महापात्रा के हाथों पुरस्कार प्राप्त किया।
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा प्रजनक बीज उत्पादन के लिए राष्ट्रीय बीज परियोजना की स्थापना इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में वर्ष 1993-94 में की गई। परियोजना द्वारा छत्तीसगढ़ की प्रमुख फसलों जैसे धान, गेहूं, कोदो, रागी, सोयाबीन, अलसी, सरसों, चना, मटर, मंूग, उड़द, लाखड़ी और कुल्थी के लगभग 52 किस्मों के प्रजनक बीज केन्द्र शासन की मांग के अनुसार तैयार कर देश के विभिन्न प्रदेशों को वितरित किया गया।
त्रिशूर में आयोजित वार्षिक कार्यशाला में विभिन्न राज्यों की 41 राष्ट्रीय बीज परियोजना इकाईयों के वैज्ञानिक शामिल हुए। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने 41 इकाईयों में से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय बीज परियोजना इकाई को सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है।